कानपुर: एसटीएफ ने कछुओं के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है. तस्कर के पास से विभिन्न प्रजातियों के कछुए बरामद हुए हैं. वे इन्हें लेकर पश्चिम बंगाल जा रहा था. इन कछुओं की डिमांड चीन, मलेशिया, हांगकांग जैसे देशों में बहुत ज्यादा है. इनका उपयोग यौनवर्धक दवाओं को बनाने में भी किया जाता है. इसके साथ ही कछुओं की कैलिपि को सुखा कर सूप बनाया जाता है.


एसटीएफ ने मुखबिर की सटीक सूचना पर कैंट इलाके में घेराबंदी कर दी. जैसे ही तस्कर कछुओं के साथ दिखाई पड़े, उन्हें दबोच लिया. एसटीएफ के चुंगल से रफ़ी नाम का तस्कर भाग निकला लेकिन पप्पू कश्यप एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया. पप्पू कश्यप जनपद उन्नाव के शुक्लागंज का रहने वाला है.


एसटीएफ सीओ विजय प्रताप यादव के मुताबिक पप्पू कश्यप पर वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत कार्यवाई की गई है. उन्नाव जनपद में अभी भी कई कछुआ तस्कर हैं जो पुलिस की राडार पर है. तस्कर कछुओं को बेचने के लिए पश्चिम बंगाल के व्यापारियों के संपर्क में रहते हैं जहा पर उन्हें पांच से छह सौ रूपए प्रति कछुए मिलते है. जब यही कछुए बाहर भेजे जाते हैं तो इनकी कीमत प्रति कछुआ 5 से 6 हजार रूपए हो जाती है.