लखनऊ: विशेष न्यायाधीश (भ्रष्टाचार निरोध) एके शुक्ल ने मंत्रियों के तीन निजी सचिवों को पूछताछ के लिए आठ घंटे की पुलिस रिमांड पर भेज दिया. निजी सचिवों ओम प्रकाश कश्यप, राम नरेश त्रिपाठी और संतोष कुमार अवस्थी को खनन लीज के सौदों में मदद के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. पुलिस हिरासत मंगलवार सुबह आठ बजे से शुरू होगी.
हज़रत गंज कोतवाली प्रभारी के आग्रह पर यह रिमांड मंजूर की गई थी और प्रभारी की दलील थी कि अपराध गम्भीर है और आरोपी सरकारी सेवक हैं. प्रकरण का खुलासा एबीपी न्यूज़ के स्टिंग ऑपरेशन से हुआ था.
एबीपी न्यूज के इस स्टिंग ऑपरेशन के बाद योगी सरकार ने लखनऊ के एडीजी राजीव कृष्ण की अगुवाई में एसआईटी का गठन किया था. साथ ही स्टिंग के बाद तीनों निजी सचिवों को तत्काल सस्पेंड भी कर दिया गया था.
बता दें कि भ्रष्टाचार और घूसखोरी के आरोप में जिन तीन मंत्रियों के निजी सचिव गिरफ्तार हुए हैं, उनमें मंत्री अर्चना पांडे के निजी सचिव रामनरेश त्रिपाठी, मंत्री संदीप सिंह के निजी सचिव संतोष अवस्थी और मंत्री ओम प्रकाश राजभर के निजी सचिव ओम प्रकाश कश्यप शामिल हैं. ये तीनों निजी सचिव एबीपी न्यूज़ के कैमरे में घूस की डीलिंग करते हुए कैद हुए थे.
एबीपी न्यूज के अंडरकवर रिपोर्टर उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर के निजी सचिव ओम प्रकाश कश्यप के पास एक सूत्र के साथ पहुंचे. हमारे रिपोर्टर ने एक बेसिक शिक्षा अधिकारी का ट्रांसफर करवाने के लिए राजभर के निजी सचिव ओम प्रकाश कश्यप से बात की. रिपोर्टर ने उनसे जब इस काम का रेट पूछा तो उन्होंने साफ साफ शब्दों में कहा कि 30 से 40 (लाख) तो चलता है.
ऑपेशन सीएम की नाक के नीचे में यूपी की खनन मंत्री अर्चना पांडे के निजी सचिव एसपी त्रिपाठी भी खनन डीलिंग करते हुए कैद हुए. एसपी त्रिपाठी ने एबीपी न्यूज के अंडरकवर रिपोर्टर से कहा कि आपकी पैसा लगाने वाली पार्टी अच्छी होनी चाहिए बाकी कोई दिक्कत नहीं, इधर तो पैसा बहुत है.
सरकारी स्कूल में बच्चों को दी जाने वाली किताबों की सप्लाई का ठेका पाने के लिए कैसे घूस का गिरोह चलता है. बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह के निजी सचिव संतोष अवस्थी एबीपी न्यूज के अंडरकवर रिपोर्टर के खुफिया कैमरे पर इसके लिए डील करने को तैयार हो गए.