लखनऊ: योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद प्रदेश में शराब पर बैन की मांग दिन पर दिन तेज होती जा रही है. जिसे देखते हुए योगी सरकार ने एक बड़ा फैसला किया है. राज्य के आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा है कि रिहाइशी इलाकों में किसी शराब दुकान की किसी सूरत में अनुमति नहीं दी जायेगी.


दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल और स्टेट हाईवे के 500 मीटर के दायरे में शराब दुकान पर रोक लगा दी है, जिसके बाद दुकान मालिक रिहाइशी इलाके में दुकान खोलने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन स्थानीय लोग इसका पूरजोर विरोध कर रहे हैं.



शराब दुकानों के बाहर लोगों का धरना प्रदर्शन


राज्य के अलग अलग शहरों में लोग पहले से शराब दुकानों के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. कल राज्य के चार शहरों में शराब दुकानों के बाहर लोगों ने धरना प्रदर्शन दिया. गाजीपुर में तो महिलाओं ने रिहाइशी इलाके में खुले शराब की दुकान को जला तक दिया.


गाजीपुर के जमानिया इलाके में शराब की दुकान में लगाई आग


गाजीपुर के जमानिया इलाके शराबियों के ताने से तंग आकर महिलाओं ने पहले तो दुकान में तोड़फोड़ की और बाद में उसे आग के हवाले कर दिया. शराब दुकान के मालिक ने बड़ी मुश्किल से घर में घुसकर अपने आपको बचाया. खास बात है कि जब महिलाओं ने शराब की दुकान को आग के हवाले किया तब वहां पर पुलिस भी मौजूद थी, लेकिन लोगों के गुस्से को देखते हुए वो कुछ कर नहीं पाई.


   


लखीमपुर खीरी में विरोध प्रदर्शन


राज्य के दूसरे हिस्सों की तरह लखीमपुर खीरी में भी लोगों ने रिहाइशी इलाके में शराब की दुकान के खिलाफ मोर्चा खोला. यहां के लोगों का साफ मानना है कि शराब केवल सेहत ही नहीं, आनेवाली पीढ़ी को भी तबाह करके रख देगी.



कासगंज में महिलाओं ने ठेके पर पहुंचकर की जमकर तोड़फोड़


कासगंज में महिलाओं ने शराब के ठेके पर पहुंचकर जमकर तोड़फोड़ की और प्रशासन को अपना संदेश सुना दिया कि वो किसी कीमत पर यहां पर शराब की दुकान को बर्दाश्त नहीं करेंगी. दरअसल जिस शराब की दुकान को लेकर लोग नाराज थे वह पहले नेशनल हाइवे पर थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इसको सहावर इलाके में शिफ्ट कर दिया गया है.



बुलंदशह में पांच ठेकों में लगा दी गई आग


बुलंदशहर के अलग अलग हिस्सों में लोगों ने शराब के पांच ठेकों में आग लगा दी, जबकि 9 ठेकों में जमकर तोड़फोड़ की है. पुलिस ने इस मामले में 14 लोगों को गिरफ्तार किया है. लेकिन पुलिस प्रशासन की सख्ती के बावजूद लोग शराब दुकान के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं.