नई दिल्ली: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश का दो दिन का दौरा किया. कर्नाटक चुनाव के पहले योगी ने अमरोहा और बुलन्दशहर में विकास के कामों को परखा.पहले दिन अमरोहा में उन्होंने जनता के बीच चौपाल किया , दलित के घर सहभोज किया तो दूसरे दिन बुलंदशहर में 100 करोड़ की योजनाओं की सौग़ात दी.

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ जो अब तक लखनऊ और गोरखपुर में जनता दरबार करते थे अब ख़ुद जनता के दरबार में पहुंच रहे हैं. योगी ने बीती रात रात्रि प्रवास अमरोहा के एक गांव में बिताई उसके पहले उन्होंने चौपाल किया और दलित परिवार में सहभोज किया. सुबह ही विकास के कामों की समीक्षा की और लापरवाही करने के आरोप में दो अधिकारियों को निलम्बित कर दिया , एक अधिकारी के तबादला और एक को नोटिस देकर जवाब मांगा.

इसे आप लोकसभा चुनाव की सुगबुगाट कहें या लोकसभा उपचुनाव परिणामों की घबराहट

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ जो विधानसभा चुनाव के पहले पार्टी के स्टार प्रचारक थे या लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा का हिंदुत्व चेहरा , अब काफ़ी कुछ बदल गए हैं और ये होना लाज़िमी भी है. पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा को 73 सीट मिली थी 80 में , साल 2017 में वो भरी बहुमत से सीएम बने लेकिन ख़तरे की घंटी बजी जब योगी ख़ुद अपनी सीट यानी गोरखपुर हार गए और डिप्टी सीएम केशव मौर्य अपनी सीट फूलपुर . वजह थी एसपी को बीएसपी का समर्थन. आगामी लोकसभा चुनाव में अगर दोनो का गठबंधन बन जाता है तो बीजेपी को उतनी सीटें ना आना तो तय है और इसका ठीकरा योगी पर टूटना भी तय है. लिहाज़ा योगी ना सिर्फ़ ग्रामीण वोटर बल्कि दलित वोटरों को साधा.

यूपी के चार हज़ार गांव दलित बाहुल्य है और शायद यही वजह है की बीजेपी की केंद्र और राज्य सरकार यहां अपने सांसदों , मंत्रियों और विधायकों के ज़रिए उनके बीच पैठ बनाने की कोशिश कर रही है. कमान ख़ुद योगी ने सम्हाली है और वो प्रतापगढ़ के बाद आज अमरोहा में रात्रि प्रवास पर हैं, पहले चौपाल लगाई और फिर दलित सहभोज के लिए पहुंच गए मेहंदीपुर गांव , जहाँ दलित प्रधान के घर उन्होंने सहभोज किया.यहां उन्होंने प्रतीकात्मक राजनीति की पूरी कोशिश की क्योंकि दलितों को लुभाने के लिए मायावती और राहुल गांधी भी प्रतीकों की राजनीति करते हैं और उनके इस प्रयासों से लोग ख़ुश भी नज़र आए.

अपने दौरे के दूसरे दिन योगी बुलंदशहर पहुंचे जहां उन्होंने पहले तो अधिकारियों के साथ बैठक कर विकास के कामों का जायजा लिया और योगी धीमे काम से खासे नाराज़ नज़र आए.एक सभा के दौरान योगी ने इस जिले को 100 करोड़ की विकास की योजनाओं की शुरुआत की.बुलंदशहर पहुंचने पर एसपी के कई कार्यकर्ताओं ने उन्हें काले झंडे भी दिखाए जिनको पुलिस ने खदेड़ा जबकि एसपी के कुछ नेताओं को हिरासत में भी लिया गया.