दिल्ली: टिड्डी दल के संभावित हमले से निपटने के लिए ढोल-नगाड़ों से लेकर हेलीकॉप्टर से छिड़काव तक की रणनीति
दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय की मानें तो शुरुआती तौर पर टिड्डी दल को भगाने के लिए ढोल नगाड़े, डीजे और बैंड बाजे का इंतजाम किया गया है जिससे कि उनके शोर से किसी दल को आगे खदेड़ा जा सके.
नई दिल्ली: दिल्ली और आसपास के इलाकों में एक बार फिर से मंडरा रहा है टिड्डी दल के हमले का खतरा. इस संभावित खतरे को देखते हुए दिल्ली सरकार ने एक बैठक भी की है. दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय की अध्यक्षता में की गई इस बैठक में टिड्डी दल के संभावित खतरे को कम करने के लिए उठाये जाने वाले कदमों और तैयारियों पर चर्चा की गई.
टिड्डी दल के संभावित हमले से निपटने के लिए उठाए जाने वाले कदमों को लेकर हुई बैठक दिल्ली सरकार द्वारा बुलाई गई इस बैठक में मंत्री गोपाल राय के अलावा डिविजनल कमिश्नर, डेवलपमेंट सेक्रेट्री, डायरेक्टर एग्रीकल्चर और डायरेक्टर हॉर्टिकल्चर मौजूद रहे. बैठक के दौरान इस बात पर चर्चा हुई कि गुरुग्राम से टिड्डी दल के दिल्ली आने की क्या संभावना है और क्या आने वाले घंटों में टिड्डी दल का हमला दिल्ली की तरफ हो सकता है.
चर्चा के दौरान सामने आया कि फिलहाल गुरुग्राम से टिड्डी दल दिल्ली में ना दाखिल होकर फरीदाबाद और पलवल की तरफ चला गया है. लेकिन उसका 1 झुंड दिल्ली फरीदाबाद की सीमा के आसपास के इलाकों में जिसमें जसोला विहार का इलाका शामिल है में दाखिल हुआ है लिहाजा सरकार ने उससे निपटने के लिए भी तैयारी शुरू कर दी है. तैयारी इस बात को लेकर की जा रही है कि अगर टिड्डी दल दिल्ली के अन्य इलाकों में भी पहुंचता है तो उसको लेकर भी किस तरह के एहतिहाती कदम उठाए जाएं और कैसे इस संभावित खतरे से निपटा जाए.
ढोल नगाड़ों से लेकर हेलीकॉप्टर तक के इस्तेमाल पर हुई चर्चा दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय की मानें तो शुरुआती तौर पर टिड्डी दल को भगाने के लिए ढोल नगाड़े, डीजे और बैंड बाजे का इंतजाम किया गया है जिससे कि उनके शोर से किसी दल को आगे खदेड़ा जा सके. अगर टिड्डी दल इससे भी नहीं भागता तो जिन जिन इलाकों में टिड्डी दल के जाने का खतरा बना हुआ है उन इलाकों में केमिकल का छिड़काव किया जाएगा. केमिकल के छिड़काव के लिए फायर ब्रिगेड की गाड़ियों का भी इस्तेमाल किया जा सकता है और अगर टिड्डी दल का खतरा ज्यादा हुआ तो केंद्र सरकार की मदद से हेलीकॉप्टर से भी केमिकल के छिड़काव की योजना पर काम किया जा सकता है.
फिलहाल टिड्डी दल का दिल्ली में हमले का खतरा कम लेकिन अब तक सामने आए जानकारी के मुताबिक टिड्डी दल हवा के रुख के साथ साथ दिल्ली के बाहरी इलाकों से होता हुआ हरियाणा के ही अन्य इलाकों में दाखिल हो गया है. इससे फिलहाल अभी के लिए तो टिड्डी दल के बड़े हमले का खतरा कम हो गया है. लेकिन तैयारी इस वजह से की जा रही है क्योंकि टिड्डी दल हवा के रुख के साथ चलता है और अगर हवा का रुख बदला तो एक बार फिर से दिल्ली पर मंडरा सकता है टिड्डी दल के हमले का खतरा.
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