सुकमा नक्सली हमला: बिलखकर बोली शहीद की मां-मेरी छोटी बेटियां हैं, अब कौन बनेगा उनका सहारा?
मुजफ्फरनगर: छत्तीसगढ़ के सुकमा में सोमवार को सीआरपीएफ के जवानों पर हुए नक्सली हमले में यूपी के मुजफ्फरनगर के जवान मनोज कुमार भी शहीद हो गए. इस हादसे से मनोज का परिवार गहरे सदमे में है. मनोज के छोटे भाई ने कहा कि सरकार हमले का बदला ले और परिवार की पूरी मदद करे. आपको बता दें कि मनोज के चार भाई और तीन कुंवारी बहनें हैं.
5 भाइयों और 3 बहनों में दूसरे नंबर पर थे मनोज
नक्सली हमले में शहीद हुए जवान मनोज कुमार मुजफ्फरनगर के निरगाजनी गांव के रहने वाले थे. मनोज के पिता कर्म चंद सिंह का पहले ही देहांत हो चुका है. परिवार में मां राजेश देवी, 4 भाई और 3 बहनें हैं.
मनोज 5 भाइयों और 3 बहनों में दूसरे नंबर पर थे. एक भाई टिंकल यूपी पुलिस में सिपाही हैं जो फिलहाल गाज़ियाबाद में तैनात हैं. सबसे बड़े भाई की शादी हो चुकी है और 5 बच्चे हैं. मनोज के बड़े भाई मज़दूरी करते हैं. पूरे परिवार में कमाने वाले टिंकल और मनोज ही थे.
मनोज के कंधों पर थी पूरे परिवार की जिम्मेदारी
25 साल के मनोज कुमार जनता इंटर कॉलेज से 12वीं की पढाई कर साल 2011 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे. वर्तमान समय में मनोज छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में तैनात थे. गांव वालों के मुताबिक पिता की मौत के बाद पूरे परिवार की जिम्मेदारी मनोज के कंधो पर आ पड़ी थी.
'मेरी छोटी बेटियां हैं, अब कौन बनेगा उनका सहारा'
मनोज के भाई टिंकल का कहना है कि सरकार इस हमले का बदला ले और उनके परिवार की मदद करे. तो वहीं मनोज की मां का कहना है कि मेरा एकमात्र सहारा मनोज था. मेरी छोटी बेटियां हैं, अब उनका सहारा कौन बनेगा.
मनोज की मां ने बिलखते हुए कहा कि मुझे अपने बेटे पर नाज़ है. उसने देश के लिए अपनी जान दी है. अगर मेरे बेटे ने पांच-सात नक्सलियों को मार गिराया होगा तो उसके शहीद होना सफल हो जाएगा.
सुकमा नक्सली हमले में शहीद हो गए CRPF के 25 जवान
आपको बता दें कि सोमवार को छत्तीसगढ़ के सुकमा में एक दर्दनाक नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 25 जवान शहीद हो गए. इस नक्सली हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि इन जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी.