सुल्तानपुर: सुल्तानपुर जिले के तुराबखानी में बीजेपी प्रत्याशी मेनका गांधी ने एक नुक्कड़ सभा की जिसमें उन्होंने विवादित बयान दिया. उन्होंने कहा," मैं जीत रही हूं. लोगों की मदद और प्यार से मैं जीत रही हूं. लेकिन अगर मेरी जीत मुसलमानों के बिना होगी तो बहुत अच्छा नहीं लगेगा. क्योंकि इतना मैं बता देती हूं कि फिर दिल खट्टा हो जाता है. फिर जब मुसलमान आता है काम के लिए, फिर मैं सोचती हूं कि रहने ही दो... क्या फर्क पड़ता है."
मेनका ने कहा,"आखिर नौकरी सौदेबाजी भी तो होती है. ये नहीं है कि हम सब महात्मा गांधी की छठी औलाद हैं. कि हम आएंगे और केवल देते ही जाएगे, देते ही जाएंगे और इलेक्शन में मार खाते जाएंगे. ये जीत आपके बिना भी होगी, आपके साथ भी होगी."
उन्होंने कहा,"ये चीज आपको सब जगह फैलानी पड़ेगी. जब मैं दोस्ती के हाथ लेकर आई हूं. और आप पीलीभीत में पता कर लें कि मेनका गांधी कैसे काम करती थीं वहां. अगर आपको लगे कि कहीं भी हमसे गुस्ताखी होगी तो हमको वोट मत देना."
बीजेपी उम्मीदवार ने कहा,"हम खुले हाथों, खुले दिल के साथ आए हैं. ये इलेक्शन तो मैं जीत चुकी हूं, अब आपको मेरी जरूरत पड़ेगी. आपको इसके लिए नींव डालना है तो ये वक्त है. आपके पोलिंग बूथ का जब आएगा रिजल्ट और उस रिजल्ट में 100 वोट निकलेंगे या 50 वोट निकलेंगे, उसके बाद जब आप काम के लिए आएंगे तो वही होगा... समझ रहे हैं आप."
विवाहिता का जलते हुए वीडियो वायरल होने से मची सनसनी, ससुराल वालों पर दहेज उत्पीड़न का आरोप
चुनाव ड्यूटी पर सुरक्षाकर्मियों को 'नमो' लोगो वाले भोजन के पैकेट बांटे जाने से छिड़ा विवाद
दलितों को वोट डालने से रोका जा रहा, हाथी का बटन दबाने पर कमल को जा रहा वोट- मायावती
लोकसभा चुनाव 2019: अमित शाह आज काशी दौरे पर, पूर्वांचल सीटों की समीक्षा करेंगे