(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
मुन्ना बजरंगी के कत्ल का चश्मदीद बोला- रात को सुनील राठी ने किया था मुन्ना का स्वागत
8 जुलाई की रात को नौ बजे जब मुन्ना बजरंगी बागपत जेल पहुँचा तो वेस्ट यूपी के कुख्यात सुनील राठी ने उसका शानदार स्वागत किया, मगर सुबह होते ही उसे गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया.
मेरठ: 8 जुलाई की रात को नौ बजे जब मुन्ना बजरंगी बागपत जेल पहुँचा तो वेस्ट यूपी के कुख्यात सुनील राठी ने उसका शानदार स्वागत किया, मगर सुबह होते ही उसे गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया. सुनील राठी के साथ जेल में बंद उसके करीबी विक्की सुन्हैड़ा ने मीडिया के सामने यह खुलासा किया है. मुन्ना बजरंगी जेल की आइसोलेशन बैरक में विक्की सुन्हैड़ा के साथ ही बंद था. विक्की सुन्हैड़ा ने बजरंगी के गैंग से खुद की जान का खतरा भी बताया है.
अपने एक केस की पेशी के दौरान बागपत जिला न्यायालय पहुँचे विक्की सुन्हैड़ा ने कोर्ट परिसर के गलियारे में पैदल चलते हुए मीडिया से बात की. मुन्ना बजरंगी की हत्या से उसका नाम जुड़ने के सवाल पर उसने कहा कि गोली उसके सामने नहीं चली और न ही उसने सुनील राठी के हाथ में पिस्टल देखी थी.
वारदात के वक्त वह टायलेट में था. उसके टायलेट जाने के पहले ही मुन्ना बजरंगी बैरक से बाहर आ चुका था. विक्की सुन्हैड़ा ने यह भी बताया कि रात में जेल पहुँचने पर सुनील राठी ने मुन्ना बजरंगी का स्वागत किया और दोनों की अकेले में देर तक बात भी हुई थी. फिर सुबह गोली मारने का क्या मकसद था..इस सवाल पर विक्की ने जबाब दिया..मुझे नहीं मालूम.
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विक्की ने बताया कि रात में वह मुन्ना बजरंगी के साथ एक ही बैरक में था. इस बैरक में वह और बजरंगी, दो ही लोग बंद थे. रात में उन दोनों ने साथ-साथ खाना खाया था और साथ ही सोये थे. सुनील राठी के साथ हत्या में उसका नाम आने के सवाल पर विक्की ने केवल इतना कहा कि जिसके साथ रात में खाना खाया और सोया, उसे कैसे मार सकता हूँ. विक्की ने कहा कि उसके ऊपर लगे आरोपों के चलते उसे मुन्ना बजरंगी के गैंग से अपनी जान का खतरा है.
कौन है विक्की सुन्हैड़ा?
स्नातक पास विक्की सुन्हैड़ा का व्यक्तित्व किसी फिल्मी हीरो जैसा है. आज जब वह अदालत पहुँचा तो उसने ब्लू कलर के प्रिन्ट की मँहगी शर्ट और प्लैन पैंट पहन रखा था. विक्की के परिवार से दूर-दूर तक किसी का अपराध जगत से लेना-देना नहीं है. विक्की के दो मामा में से एक रणवीर सिंह पुलिस विभाग में एडीशनल एसपी पद से रिटायर हैं और वॉलीबॉल के राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी रहे हैं.
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दूसरे मामा सुधीर कुमार पुलिस में डिप्टी एसपी हैं. विक्की की एक ममेरी बहिन भारतीय पुलिस सेवा की 2008 बैच की (IPS) अधिकारी हैं. परिवार से विक्की के ताल्लुकात अच्छे नहीं हैं. जरायम की दुनिया से जुड़ा होने के कारण उसके रिश्तेदार भी उससे सम्पर्क नहीं रखते.