लखनऊ: आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर इन दिनों अयोध्या मसले का हल निकालने के लिए कवायद में जुटे हैं. उन्होंने हाल ही में कई साधुओं, इमाम और हिंदू-मुस्लिम नेताओं के साथ बात की है. इसी कड़ी में उन्होंने आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ भी मुलाकात की.


रविशंकर के सहयोगी अमरनाथ मिश्रा के साथ एबीपी न्यूज़ संवाददाता पंकज झा ने बातचीत की. मिश्रा ने कहा कि बातचीत के लिए फॉर्मूला तैयार किया जा रहा है लेकिन ये बात साफ है कि मंदिर और मस्जिद दोनों बनेंगे. हालांकि उन्होंने कहा कि मंदिर वहीं बनेगा जहां रामलला की मूर्ति विराजमान है.



मिश्रा ने कहा कि योगी जी केवल आठ महीने पहले सीएम बने हैं और उन्होंने बहुत पॉजिटिव बातें की हैं. हम चाहते हैं कि विहिप, आरएसएस, शिवसेना या जितने भी हिन्दू संगठन हैं वे सभी एकजुट हो जाएं और जब तक मंदिर का भव्य भूमिपूजन नहीं हो जाता तब तक बातचीत का दौर चलता रहेगा.


अमरनाथ मिश्रा ने कहा कि जहां मूर्तियां रखी हैं वहीं मंदिर बनेगा. जहां तक मस्जिद की बात है, हम मस्जिद बना कर देंगे. हमारी संस्कृति भी यही सिखाती है. हमने मस्जिद तोड़ी है तो बनाएंगे भी हम ही, लेकिन अब समाधान का वक्त आ चुका है और मंदिर बनना तय है.


सुन्नी वक्फ बोर्ड का पक्ष



इस मामले में एबीपी न्यूज़ संवाददाता पंकज झा ने सुन्नी वक्फ बोर्ड के सदस्य जफरयाब जिलानी से भी बात की. जिलानी ने कहा कि रविशंकर को मेरा सलाम है, मैं उन्हें किसी का एजेंट नहीं समझता लेकिन जहां तक बात समाधान की है तो उसके लिए बेहद मजबूत फॉर्मूला चाहिए.



जिलानी ने कहा कि बिना फॉर्मूला के कैसी बात? अगर उनको लगता है कि मुसलमान उस जगह से हट जाएंगे तो वो गलत समझते हैं. शरीयत में मुसलमान को इसका हक नहीं है. दरअसल ये सब केवल दिखाने के लिए किया जा रहा है. वे सब चाहते हैं कि ये टीवी पर चलता रहे, असल मुद्दों पर कोई बात करना नहीं चाहता.