शाहजहांपुर: रेप के आरोपी पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद को एसआईटी ने शाहजहांपुर से गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. हालांकि चिन्मयानंद के वकील ने उनका स्वास्थ्य ठीक न होने का हवाला देते हुए उन्हें लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में भेजने का अनुरोध किया था.


एसआईटी की टीम ने स्वामी चिन्मयानंद को मुमुक्षु आश्रम स्थित उनके आवास दिव्य धाम से गिरफ्तार किया. शाहजहांपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेज में उनका चिकित्सकीय परीक्षण कराया गया. इस गिरफ्तारी को एसआईटी ने बेहद गोपनीय रखा. शहर में जिला अस्पताल, कलेक्ट्रेट रोड, जेल रोड और मुमुक्षु आश्रम के गेट पर भी पुलिस बल तैनात है. एसआईटी की टीम दर्जन भर से अधिक गाड़ियों के काफिले के साथ चिन्मयानंद को गिरफ्तार करने पहुंची थी. इससे एक घंटे पहले ही पीएसी और पुलिस ने मुमुक्षु आश्रम के सभी द्वारों को घेर लिया था.


गिरफ्तारी के बाद चिन्मयानंद को एसआईटी मेडिकल कॉलेज में चिकित्सीय परीक्षण कराने ले गई. वहां से उन्हें सीजेएम की अदालत ले जाया गया जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. गौरतलब है कि स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय में पढ़ने वाली एलएलएम की छात्रा ने 24 अगस्त को एक वीडियो वायरल कर चिन्मयानंद पर शारीरिक शोषण करने, कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद करने, खुद और परिवार को जान का खतरा होने की बात कही थी.


इस मामले में पीड़िता के पिता ने कोतवाली शाहजहांपुर में अपहरण और जान से मारने के आरोप में विभिन्न धाराओं के तहत चिन्मयानंद के विरुद्ध मामला दर्ज कराया था. लेकिन इससे एक दिन पहले चिन्मयानंद के अधिवक्ता ओम सिंह ने पांच करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने का मुकदमा पीड़िता के पिता के खिलाफ दर्ज करा दिया. इस बीच पीड़िता गायब हो गई. कुछ दिन बाद उसे राजस्थान से बरामद कर लिया गया और सुप्रीम कोर्ट के सामने पेश किया गया. कोर्ट ने एसआईटी को मामले की जांच का निर्देश दिया था.


स्वामी चिन्मयानंद की वकील पूजा सिंह ने बताया कि चिन्मयानंद के आवास में एसआईटी की टीम पुलिस बल के साथ आई और उन्हें गिरफ्तार किया. उन्होंने बताया कि एसआईटी टीम ने स्वामी चिन्मयानंद के सगे संबंधियों से ‘गिरफ्तारी मेमो’ पर भी हस्ताक्षर कराए. उन्होंने हालांकि कहा कि इस संबंध में उन्हें गिरफ्तारी से संबंधित कोई भी पत्र नहीं दिया गया. गौरतलब है कि चिन्मयानंद पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराने के बाद आत्मदाह की बात कही थी.