जिन्ना के सवाल पर इंटरव्यू बीच में छोड़कर चल दिए स्वामी प्रसाद मौर्य
कभी मायावती के बेहद क़रीबी रहे स्वामी प्रसाद मौर्य चुनाव से पहले बीजेपी में आ गए थे. योगी सरकार में मंत्री भी बन गए. बड़बोलेपन के चक्कर में वे कई बार विवादों में फंसे हैं.
लखनऊ: जिन्ना को महापुरूष बताने वाले यूपी के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य बुरे फंस गए हैं. वो अब क्या करें, उनकी समझ में कुछ नहीं आ रहा है. बीजेपी नेता उन्हें पार्टी से निकालने से लेकर उनकी इस्तीफ़े की मांग कर रहे हैं. मौर्य अब अपनी मुसीबत की ठीकरा न्यूज़ चैनलों पर फोड़ रहे हैं. ABP न्यूज़ ने जब उनसे पूछा क्या जिन्ना महापुरूष थे ? तो वे इंटरव्यू बीच में ही छोड़ कर चल दिए.
जिन्ना को महापुरूष बता कर धर्मसंकट में हैं मौर्य
वो अब कहने लगे हैं कि मैंने तो जिन्ना पर कुछ कहा ही नहीं है. सच तो ये हैं कि जिन्ना को महापुरूष बता कर मौर्य धर्मसंकट में हैं. न तो उनसे उगलते बन रहा है और न निगलते.
बड़बोलेपन के चक्कर में कई बार विवादों में फंसे मौर्य
कभी मायावती के बेहद क़रीबी रहे स्वामी प्रसाद मौर्य चुनाव से पहले बीजेपी में आ गए थे. योगी सरकार में मंत्री भी बन गए. बड़बोलेपन के चक्कर में वे कई बार विवादों में फंसे हैं. मंत्री रहते हुए पिछले महीने उन्होंने मायावती के राज को योगी सरकार से अच्छा बता दिया था. बात बढ़ने पर वे पीछे हट गए. अपने बयान से यूटर्न ले लिया.
पार्टी के कई नेताओं ने स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफ़े की मांग की है
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जिन्ना की तस्वीर को लेकर बीजेपी के सभी नेताओं की एक राय है. सीएम योगी आदित्यनाथ कह चुके हैं “ जिन्ना का महिमा मंडन नहीं होना चाहिए”. पार्टी के कई नेताओं ने स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफ़े की मांग की है. राज्य सभा सांसद हरनाथ यादव तो उन्हें बीजेपी से बाहर करने की बात कर कहे हैं. पार्टी के कई नेता मौर्य की बेवजह बयानबाज़ी से भड़के हुए हैं. लेकिन स्वामी प्रसाद मौर्य जिन्ना के मुद्दे पर मीडिया को ही बलि का बकरा बनाना चाहते हैं.