तमिलनाडु सरकार की ओर से जारी एसओपी के मुताबिक, यदि अब आप प्रदेश में बाल कटवाना चाहते हैं तो आपको आधार कार्ड दिखाना अनिवार्य होगा. इसके साथ ही सैलून मालिक प्रत्येक ग्राहक का नाम, पता, मोबाइल नंबर व आधार नंबर दर्ज करेंगे. यदि कोई ऐसा नहीं करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
50 फीसदी स्टाफ के साथ ही खुलेंगे सैलून
तमिलनाडु सरकार की नई गाइडलाइन के मुताबिक सिर्फ 50 फीसद स्टाफ के साथ ही सैलून की दुकानें खुलेंगी. इसके साथ ही सैलून में काम करने वाले लोगों के लिए व ग्राहकों के लिए मास्क लगाना भी अनिवार्य होगा. वहीं ग्राहकों को दुकानदारों को आरोग्य सेतु एप्प की डिटेल भी दिखानी होगी. दुकानदारों को सैनीटाइज़र रखना भी ज़रूरी होगा.
सरकार के नए एसओपी के अनुसार, सैलून मालिकों को ग्राहकों को डिस्पोजेबल एप्रन और फुट कवर देने होंगे. अगर कस्टमर का बिल एक हजार रुपये आता है तो उन्हें 150 रुपये डिस्पोजेबल एप्रन और फुट कवर का देना होगा. सैलून में आ रहे लोगों का कहना है कि दो महीने के बाद सैलून खुलने से वे काफी खुश हैं.
गौरतलब है कि तमिलनाडु सरकार ने पहले सिर्फ ग्रामीण इलाकों में ही सैलून खोलने की इजाज़त दी थी, लेकिन अब पूरे प्रदेश में सैलून व ब्यूटी पार्लर खोले जा रहे हैं. सैलून मालिकों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए कहा गया है. साथ ही नाई को हर वक्त मास्क और साफ-सफाई बनाए रखने का आदेश भी दिया गया है.
तमिलनाडू में कोरोना से हो चुकी हैं अब तक 184 मौतें
तमिलनाडू में कोरोना के अब तक 23,000 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें 10,141 एक्टिव केस हैं. प्रदेश में अब तक इस वायरस से 184 मौतें हो चुकी हैं. वहीं देशभर में कोरोना मरीज़ों की संख्या 1,98,000 के पार पहुंच गई है. अब तक 5,598 लोग अपनी जान भी गवां चुके हैं.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता पी नामग्याल का कोरोना वायरस से निधन, 83 साल के थे