पटनाः तेज़ प्रताप यादव ने पोस्टर जारी कर आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए नया नारा दिया है. उनकी पार्टी यानि आरजेडी और छोटे भाई तेजस्वी के समर्थन में लगे इस नए पोस्टर पर लिखा है कि तेज़ रफ़्तार तेजस्वी सरकार. इसे ऐसे कहें तो लालू यादव की उम्मीदों को बरकरार रखने और अपने अनुज यानि छोटे भाई तेजस्वी को सीएम पद दिलाने की लिए ख़ुद तेज़ प्रताप इन दिनों नए एक्सपेरिमेंट से गुज़र रहें हैं.


एलपी ब्रिगेड उठाएगी बिहार की जनता के मुद्दे


तेज़ प्रताप यादव ने आवास पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए रणनीति पर भी चर्चा की. नए पोस्टर और नए नारे पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी की असल मुद्दों को उठाएगी.


पोस्टर को लेकर तेज़ प्रताप ने कहा कि इस नए पोस्टर में सबसे उपर लालू जी की तस्वीर लगी है और नीचे लिखा है एलपी ब्रिगेड. एलपी यानि लालू प्रसाद यादव ब्रिगेड की उन सभी ज़रूरी मुद्दों को उठाएगी तो जनता के हक़ के लिए है.


ग़ौरतलब है कि तेजस्वी के पिता और पार्टी सुप्रीमो लालू यादव जेल में हैं और बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी अपने अंदर जान फूंकने के लिये तैयारियां तेज़ कर दी है. इसके साथ ही तेज़ प्रताप ने ठान लिया है कि इस चुनाव में किसी भी हाल में तेजस्वी को बिहार का मुख्यमंत्री बनाना है.


विजयी रथ का घोड़ा दौड़ाना चाहेंगे तेज़ प्रताप!


तेज़ प्रताप की तरफ़ से दिए गए इस नए नारे का नाम तेज़ रफ़्तार तेजस्वी सरकार. ग़ौरतलब है बुधवार को तेजप्रताप यादव ने अपने सरकारी आवास पर इस नए नारे की ग्रैंड ओपनिंग की.


कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि वह पार्टी के साथ मिलकर आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि मिशन 2020 के लिए हम तैयार हैं और हमारा लक्ष्य है बिहार में गरीबों की सरकार बनाना.


आरजेडी ने पहले ही सीएम पद के उम्मीदवार क़द लिए तेजस्वी यादव के नाम की घोषणा कर चुकी है. ऐसे में भाई तेजस्वी बिहार की सत्ता पर क़ाबिज़ हो सके इसके लिए तेज़ ख़ुद रफ़्तार बनना चाहेंगे.


तेज़ प्रताप ने इस नारे के साथ साथ साफ़ कए दिया है कि छोटे भाई तेजस्वी विधानसभा के रण में अकेले नहीं होंगे. इसके लिए तेज़ प्रताप ख़ुद हर जिले, हर गांव और छोटी इकाइयों में लोगों से मिलेंगे और धुआंधार रैलियाँ और अभियान भी चलाएंगे.


'बिहार सरकार कर रही है ग़रीबों का शोषण!'


तेज़ प्रताप यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला. उन्होने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि 2020 चुनाव के लिए सभी कार्यकर्ता तैयार रहें. उन्होंने कहा कि लालू-राबड़ी की पार्टी यानि आरजेडी ही गरीब-गुरबों के हित में सोचती है.


उन्होंने कहा कि एकतरफ तो आरजेडी आर्थिक तौर पर पिछड़े लोगों को आगे लाने की सोचती रही है वहीं दूसरी तरफ़ बिहार सरकार गरीबों के शोषण में लगी हुई है. तेज प्रताप यादव ने कहा कि गरीब विरोधी सरकार को इस बार उखाड़ फेंकना है.


यानि तस्वीर अब साफ़ है. बिहार में साल के अंत में विधानसभा का चुनाव है. दिल्ली चुनाव परिणाम आने के बाद तेजस्वी पूरे दमख़म के साथ अब बिहार पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं. पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों के साथ तेजस्वी यादव गुरुवार को बैठक भी करने वाले हैं.


पार्टी सूत्रों की माने तो आरजेडी ने कांग्रेस के साथ मिलकर दिल्ली चुनाव लड़ा हालाँकि गठबंधन के हिस्से एक भी सीट नहीं आ पायी. अब जबकि दिल्ली चुनाव एक ट्रेलर था तो इससे सबक़ लेते हुड पार्टी कोई भी मौक़ा गँवाना नहीं चाहेगी. और आने वाले चुनाव को लेकर पार्टी कस सभी छोटे-बड़े नेताओं से चर्चा करेगी.


क्या डैमेज़ कंट्रोल में लगे हैं तेज़ प्रताप


लालू यादव के बड़े बेटे हैं तेज़ प्रताप यादव. हालाँकि सियासत के गलियारे में तेज़ के छोटे भाई तेजस्वी के कदम ज़्यादा समझदार माना जाता रहा है. ग़ौरतलब है कि लालू प्रसाद यादव की ग़ैरमौजूदगी में 2019 के लोकसभा चुनाव हुआ जिसमें तेज प्रताप के अपने ही पार्टी से बगावत की ख़बरें आयीं थी.


चुनाव की तैयारियों के बीच ही तेज़ प्रताप ने कई लोकसभा सीटों पर आरजेडी के उम्मीदवारों के ख़िलाफ ही मोर्चा खोल दिया था. इतना ही नहीं तेज़ प्रताप ने आरजेडी से बग़ावत कर अपनी अलग पार्टी बनायी जिसे नाम दिया लालू-राबड़ी मोर्चा पार्टी.


तेज़ तेज़प्रताप ने जहानाबाद, शिवहर और हाजीपुर से अपना प्रत्याशी भी उतार दिया था. दोनों बेटों के बेहतर सियासी भविष्य का सपना देख रहे लालू-राबड़ी परिवार को तेज़ प्रताप के इस बग़ावती कदम को लेकर काफ़ी फ़ज़ीहत झेलनी पड़ी थी.


हालांकि चुनाव में आरजेडी को मिली करारी हार मिली और चुनाव परिणाम आने के कुछ दिनों बाद से ही तेज़ प्रताप के भरतमिलाप की ख़बरें आयीं थी. अब जब बिहार में विधानसभा चुनाव आने वाला है तो तेज़ प्रताप अपने भाई के रास्ते के लिए रोड़ा नहीं बनना चाहेंगे.


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