नई दिल्ली: लालू यादव के परिवार में भड़की राजनीतिक चिंगारी अब शोला बनती जा रही है. लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप ने राजनीति छोड़ने के संकेत दिये है. फेसबुक पोस्ट में तेजप्रताप ने मां राबड़ी देवी और पिता लालू प्रसाद यादव का भी जिक्र किया है. उन्होंने लिखा कि मैंने कई बार अपनी मम्मी से पार्टी के नेताओं की शिकायत की लेकिन वो एक भी नहीं सुनती हैं. उन्होंने लिखा कि इतने प्रेशर में राजनीति हो सकती है क्या? हालांकि उन्होंने बाद में अपना फेसबुक पोस्ट डिलीट कर दिया.
तेज प्रताप ने अपने पोस्ट में ओम प्रकाश यादव उर्फ़ भुट्टू और एमएलसी सुबोध राय पर जमकर निशाना साधा है. जानकारों की मानें तो तेज प्रताप अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव के मुकाबले खुद की उपेक्षा से आहत हैं. हाल ही में उन्होंने कहा था कि भाई को राज पाट देकर वो द्वारका जाना चाहते हैं.
तेज प्रताप ने फेसबुक पोस्ट में क्या लिखा?
तेज प्रताप ने लिखा, ''मैंने भी अपने कार्यकर्ताओं से यही कहा कि मैं भी अपने मम्मी-पापा को बहुत बार बता चूका हूं कि "ओम प्रकाश यादव उर्फ भुट्टू" एवं "सुबोध राय" मेरे बारे में गलत-गलत अफवाह फैलाकर मुझे बदनाम कर मेरी छवि धूमिल कर रहे हैं किंतु मेरी मम्मी मेरी एक नहीं सुनती है और उल्टा मुझे ही डांट सुनना पड़ता है जिसके कारण मैं बहुत-ही प्रेशर में रहता हूं. अब आप ही बताएं कि क्या इतना "प्रेशर में राजनीति हो सकती है क्या?"
पहले क्या कहा था?
तेजप्रताप ने ट्वीट किया, ''मेरा सोचना है कि मैं अर्जुन को हस्तिनापुर की गद्दी पर बैठाऊं और खुद द्वारका चला जाऊँ. अब कुछेक "चुग्लों" को कष्ट है कि कहीं मैं किंग मेकर न कहलाऊं. राधे राधे'' इतना ही नहीं तेज प्रताप यादव ने स्थानीय चैनल से अपना दर्द भी साझा किया. उन्होंने कहा, "पार्टी के कुछ लोग भाई-भाई को लड़वाना चाहते हैं. आरजेडी में कुछ असामाजिक तत्व आ गए हैं जो भाई भाई में लड़वाना चाहते हैं. मेरी बात को पार्टी के नेता नहीं सुनते. मेरी नाराजगी इस बात की है कि छात्र आरजेडी मेहनत करता है लेकिन उस पर किसी का ध्यान नहीं.''
बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि कुछ असामाजिक तत्व मेरा, तेजस्वी, मीसा भारती और राबड़ी देवी का नाम लेकर गलत काम करते हैं. वैसे लोगों को पार्टी से निकाला जाए जो अनुशासन में नहीं हैं. उन पर करवाई हो.''
तेजप्रताप ने कहा, ''तेजस्वी मेरे कलेजे का टुकड़ा है. मां और पिता से हम बेहद प्यार करते हैं और वो भी मुझे बहुत प्यार करते हैं. पत्नी से भी बात होती है. यह सब मामला जब हम पत्नी को बताए तो वे भी शॉक्ड हो गईं. छात्र राजद के लोग काम करते हैं. जनता की सेवा अपना पैसा लगा कर करते हैं लेकिन उन्हें तव्वजो नहीं दिया जाता. मैंने गांधी मैदान के मंच से तेजस्वी को अपनी गद्दी दे दी है.''