पटना: ऐसे वक्त में जबकि बिहार में भी 2019 के चुनाव के लिए बिसातें बिछ रही हैं, आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के घर के भीतर एक नया संकट आ गया है. ये संकट राजनीतिक नहीं, पारिवारिक है जिसमें लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप की विवाहित जिंदगी दांव पर लगी है. तेजप्रताप ने पत्नी से तलाक के लिए कोर्ट में अर्जी डाली है.
छह महीने में ही अपनी शादी को तोड़ने के लिए कोर्ट में अर्जी देने वाले तेज प्रताप यादव ने कहा कि वो घुट घुट कर नहीं जीना चाहते. इस शादी को बचाने की कोशिशें जारी हैं लेकिन तेज प्रताप ने कहा," सुलह होने वाली नहीं है. एक बार कमान से तीर निकल गया है तो अंजाम तक पहुंचेगा. किसी भी तरह से सुलझने वाला नहीं है मामला ये. घुट-घुट कर आदमी नहीं जी सकता है."
तेज प्रताप ने पटना के फैमिली कोर्ट में ये अर्जी दी है जिस पर सुनवाई की तारीख 29 नवंबर मुकर्रर की गई है. कोर्ट में तलाक की अर्जी सिर्फ तेज प्रताप यादव की ओर से दाखिल की गई है. इसमें तेज प्रताप ने पत्नी ऐश्वर्या राय की सहमति नहीं ली है.
तेजप्रताप की शादी इसी साल 12 मई को आरजेडी विधायक चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या से बड़े धूमधाम से हुई थी. ऐश्वर्या बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा राय की पोती हैं. पटना में तो तेज प्रताप यादव की शादी के पोस्टर भी अभी कई जगह जस के तस हैं लेकिन उनका दांपत्य जीवन लड़खड़ा गया है.
तेज प्रताप इसका दोष दूसरे लोगों के मत्थे मढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा," घर में ऐसे लोग हैं... भरे पड़े हैं.. जो सबको.. भाई को भाई के प्रति बहन को भाई के प्रति सब घर तोड़ने में लगे हैं. तमाम दिनों से ये लोग. वही लोग ऐसा कारनामा करने का काम किए हैं मेरे साथ."
लालू के परिवार पर ये संकट ऐसे वक्त में आया है जबकि 2019 का चुनाव मुहाने पर है. लालू के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने मीडिया से कहा कि घर के झगड़े का तमाशा ना बनाया जाए. तेजस्वी ने कहा कि हमें इन सब पर बहस नहीं करनी चाहिए. देश की चिंता करिए. परिवार की चिंता छोड़ दीजिए. जो भी होगा वो मेरा परिवार जानेगा. अगर घर-परिवार पर टीका-टिप्पणी की जाने लगे तो नीतीश कुमार से लेकर नरेंद्र मोदी तक नहीं बचेंगे.