नई दिल्ली: यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को लखनऊ एयरपोर्ट पर रोक लिया गया है. वह चार्टर्ड प्लेन से प्रयागराज जा रहे थे. जिसके बाद मायावती ने यूपी सरकार को निशाने पर लिया. अब बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी निशाना साधा है.


तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया, ''देश के सबसे बड़े सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री को बिना लिखित आदेश रोकना लोकतंत्र की हत्या है. श्री अजय बिष्ट जी को पहले सोचना चाहिए कि उन पर अनेकों आपराधिक केस होने के बावजूद भी वो CM है फिर अखिलेश जी पर तो कोई आपराधिक केस भी नहीं है. अराजक लोग दूसरों के बारे में ख़ुद जैसा ही सोचते हैं.''






उधर अखिलेश यादव ने कहा, ''ये सरकार छात्रों से डर गई है. सरकार ने नौजवानों के भविष्य से खिलवाड़ किया है, उनके सपनों की हत्या की है और मजबूर किया है कि बेरोजगार रहो. इसलिए वे नहीं चाहते कि कोई छात्रों से मिलकर उनकी मदद करे उनकी बात सुने. याद रहे कि लोकतंत्र को बचाने के लिए जनता तैयार बैठी है." वहीं मायावती ने कहा कि अखिलेश यादव को लखनऊ एयरपोर्ट पर ही रोक लेने की घटना अति-निन्दनीय व बीजेपी सरकार की तानाशाही व लोकतंत्र की हत्या का प्रतीक है.


इस पूरे मामले पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से कहा गया, ''अखिलेश यादव के प्रयागराज आने से हिंसा की आशंका थी. प्रयागराज में अभी कुंभ की वजह से काफी भीड़ है और वहां कानून व्यवस्था बिगड़ने का खतरा था. अराजक गतिविधियों से बाज आना चाहिए.'' यूपी सरकार का दावा है कि अखिलेश यादव को प्रयागराज न जाने के बारे में बता दिया गया था.


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