पटना: लंबे समय के एकांतवास के बाद पटना लौटे आरजेडी नेता और बिहार सरकार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा है. लॉ एंड ऑर्डर के मुद्दे पर उन्होंने राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा किया. इसके साथ ही केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार में सहयोगी लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान को तेजस्वी ने महागठबंधन में शामिल होने का न्योता दिया. रामविलास पासवान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उनके साथ हम लोगों की कोई नाराजगी नहीं है. वे जब चाहें हम उनके साथ बातचीत करने को तैयार हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि रामविलास पासवान ने कभी धोखा नहीं दिया.
वहीं रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा को उन्होंने एक बार फिर महागठबंधन में शामिल होने का न्योता दिया. उन्होंने कहा कि आरक्षण और संविधान की रक्षा करने के लिए वे हमारे साथ मिलकर महागठबंधन को मजबूत करें.
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बिहार दौरे को लेकर भी उन्होंने राज्य सरकार की कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा कि एक तरफ बिहार सुखे से त्रस्त है, लेकिन इस सब से बेखबर राज्य सरकार ने अमित शाह के दौरे पर रेड कार्पेट बिछा करोड़ो-अरबों रुपये पानी की तरह बहाया.
इसके अलावे पिछले दिनों झारखंड के पाकुड़ में स्वामी अग्निवेश की हुई पिटाई के मुद्दे पर उन्होंने बीजेपी की सरकार पर निशाना साधा है. तेजस्वी यादव ने कहा कि यह काफी निंदनीय है. बीजेपी-आरएसएस के गुंडों को झारखंड सरकार सपोर्ट भी कर रही है. इस मामले की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है.
बीजेपी-आरएसएस पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि अगर 2019 के आम चुनाव में अगर बीजेपी फिर से सत्ता में वापस आ गई तो देशभर में 'नागपुरिया' कानून लागू हो जाएगी. नीतीश कुमार को दोबारा महागठबंधन में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने मुख्यमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा कि छह महीने के लिए उन्हें पार्टी में शामिल होने की कोई जरुरत नहीं है.
आईआरसीटीसी और रेलवे टेंडर घोटाले की जांच में हो रही देरी पर तेजस्वी ने कहा कि इस केस में कुछ नहीं है. इस मामले को लेकर जानबूझकर उनको और उनके परिवारवालों को तंग किया जा रहा है. तेजस्वी यादव ने कहा कि सुशील मोदी पर लगाए गए सभी आरोपों की अगर अच्छे से जांच की जाए तो सुशील मोदी भी जेल की सलाखों के पीछे होंगे.
गौरतलब है कि बिहार में मॉनसून सत्र की शुरुआत कल से हो रही है. इसको लेकर आज शाम तेजस्वी यादव के आवास पर आरजेडी विधायकों की बैठक होनी है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि विधानसभा सत्र के दौरान आरजेडी नेता किन मुद्दों पर राज्य सरकार को घेरेंगे.