नई दिल्ली: हजारों किसान अपनी मांगों के साथ एक बार फिर सड़कों पर हैं. विपक्ष केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को घेर रही है. किसानों की मांग है कि स्वामीनाथन कमेटी के फॉर्मूले के आधार पर उनकी आय तय हो. किसान क्रेडिट कार्ड योजना में बिना ब्याज के लोन मिलना चाहिए. इसके अलावा किसान गन्ना भुगतान और कर्जमाफी की भी मांग कर रहे हैं.


इस बीच आरजेडी ने कहा है कि पार्टी किसानों की मांग का पूर्ण समर्थन करती है. किसानों पर हुए लाठी चार्ज और आंसू गैस छोड़े जाने पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि किसानों के साथ ऐसा सलूक बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अपने फेसबुक पोस्ट में तेजस्वी यादव ने लिखा, ''किसानों की मांगों का राजद पूर्ण समर्थन करती है. चाय वाले पूंजीपति की सरकार द्वारा अन्नदाताओं को दिल्ली आने से रोका जा रहा है वहीं ठगों और लुटेरों को देश का लाखों करोड़ लुटवाकर ससम्मान विदेश भेजा जा रहा है. किसानों के साथ ऐसा सलूक बर्दाश्त नहीं होगा.''



तेजस्वी यादव ने कहा कि मोदी सरकार ने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को कूड़े में फेंक किसानों की पीठ में छुरा घोंपा है. आरजेडी नेता ने कहा, ''मोदी जी, माना किसान पूँजीपतियों की तरह आपकी जेबें नहीं भर सकते लेकिन कम से कम उनके सिर पर डंडे तो मत मरवाइए. अगर आपने ग़रीबी देखी होती तो किसानों पर इतने ज़ुल्म नहीं करते.''


उधर बिहार में बीजेपी की सहयोगी जेडीयू ने भी किसानों के साथ हुए व्यवहार की निंदा की है. जेडीयू के सीनियर नेता केसी त्यागी ने कहाशांतिपूर्ण और बिना किसी हथियार के राजघाट की तरफ जाने वाले किसानों के साथ क्रूर तरीके से व्यवहार किया गया. उनपर लाठी चलाए गए और आंसू गैस के गोले दागे गए. हम इसकी निंदा करते हैं.