पटना: समाजवादी नेता राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि के मौके पर बिहार में महागठबंधन के नेताओं ने एकजुट होकर सकारात्मक संदेश देने की कोशिश की. बिहार में होने वाले उपचुनाव से पहले सीटों को लेकर हम और आरजेडी के बीच तनातनी देखने को मिली, वहीं कांग्रेस के साथ भी तालमेल की कमी की बात सामने आई थी. लेकिन आज मंच पर तेजस्वी यादव, जीतन राम मांझी और कांग्रेस के नेता भी मौजूद थे. कार्यक्रम में आरएलएसपी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, वीआईपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी, बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा और सीनियर नेता शरद यादव सहित महागठबंधन के अन्य नेता मौजूद थे.
तेजस्वी यादव ने इस मौके पर नीतीश कुमार को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने कई बार लालू प्रसाद को जेल भेजवाने का काम किया फिर भी उन्हें सीएम बनाने की बात कही. नीतीश कुमार ने हमारे साथ धोखा किया. तेजस्वी ने कहा कि चाहे आरजेडी हो, जीतन राम मांझी हों, शरद यादव हों या फिर बीजेपी हो, नीतीश कुमार ने सबको ठगने का काम किया है. महागठबंधन को नसीहत देते हुए तेजस्वी ने कहा कि हम लोग एकजुट होकर एनडीए के खिलाफ लड़ाई लड़ने का काम करें न कि अपना इगो लेकर बैठे रहे. चमकी बुखार और बाढ़ की हालत को लेकर भी तेजस्वी ने नीतीश को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को जल्द से जल्द इस्तीफा देना चाहिए.
वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जीतन राम मांझी ने कहा कि समाज के अधिकांस लोग उसी हालत में है जैसे आजादी से पहले थे. मांझी ने कहा कि अगर हम 85 फीसदी हैं तो आरक्षण का दायरा 85 फीसदी तक होना चाहिए, इसकी हम मांग करते हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सभी को समान शिक्षा मिलनी चाहिए.
इसके अलावा उपेंद्र कुशवाहा ने भी नीतीश कुमार पर हमला करते हुए इस्तीफे की मांग की. उन्होंने कहा कि अगर नीतीश कुमार इस्तीफा नहीं देंगे तो हम लोग सड़क पर उतरने का काम करेंगे. कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार कुछ दिनों पहले रट लगाए बैठे हुए थे कि विशेष राज्य का दर्जा चाहिए. आज उनका मुंह क्यों नहीं खुल रहा है. आखिर अब नीतीश कुमार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं चाहिए? कुशवाहा ने भी कहा कि महागठबंधन के नेताओं को ईगो छोड़कर एकजुटता दिखाएं.