पटना: जैसे जैसे 2019 करीब आ रहा है सियासी सुगबुगाहट तेज हो रही है. बिहार भी इससे अछूता नहीं है. वहीं विपक्ष के सामने सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर उनके प्रधानमंत्री पद का चेहरा कौन होगा. इस बीच राहुल गांधी का नाम की चर्चा पर तेजस्वी यादव ने कहा है कि सभी दल एक साथ बैठकर प्रधानमंत्री पद के लिए नाम तय करेंगे. वहीं शराबबंदी कानून में हुए संसोधन पर चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा कि अमीरों को पीने पर डिस्काउंट मिला है.
दूसरी ओर आरजेडी के वरिष्ठ नेता रघुवंश सिंह ने एबीपी न्यूज़ से कहा, ''गठबंधन के नेता जब जुटेंगे तब वो अपना नेता चुनेंगे. कांग्रेस का अपना नेता चुनना और दावा करना जायज है. गठबंधन के नेता जुटेंगे तब कौन नेता होगा और बीजेपी को कैसे हराया जाए, ये तय होगा. एक पार्टी सब पार्टियों का नेता नहीं चुन सकती. अलग अलग सभी पार्टियां कहने लगें कि हम प्रधानमंत्री तब कैसे तय हो पाएगा.''
कैसे उछला राहुल गांधी का नाम?
दरअसल रविवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक में राहुल को पीएम उम्मीदवार बनाए जाने पर मुहर लगाई गई थी. कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाल से जब पूछा गया था कि क्या राहुल गांधी पार्टी या गठबंधन की तरफ से प्रधानमंत्री पद का चेहरा होंगे, इसपर सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस का निर्णय सटीक, सपाट और स्पष्ट है, राहुल गांधी हमारा चेहरा हैं.