नई दिल्ली: कल यानी शनिवार को खबर आई थी कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलने से तमतमाई जेडीयू ने अब आंदोलन करने का एलान किया है. एबीपी न्यूज़ की इसी खबर के हवाले से अब लालू यादव के बेटे और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर हमला बोला है. तेजस्वी ने भोजपुरी में लिखा है कि ई बताइये, किससे हक़ लेकर रहेंगे जी? ट्रम्प से, पुतिन से अथवा शी जिनपिंग से...??


क्या ट्वीट किया तेजस्वी यादव ने ?
तेजस्वी यादव ने लिखा, ''ई बताइये, किससे हक़ लेकर रहेंगे जी? ट्रम्प से, पुतिन से अथवा शी जिनपिंग से...?? साहब, ये नौटंकी, ड्रामेबाज़ी और अदाकारी छोड़िए. चंद्रबाबू नायडू की तरह रीढ़ की हड्डी सीधी रख आँखों में आँख डाल बात करिए. कुछ आंखों में पानी बचा है कि नहीं या बिहारियों को टोटल बुरबक (बेबकूफ) समझ लिया है?''





जेडीयू ने कल क्या कहा था?
जेडीयू प्रवक्ता संजय सिंह ने साफ कहा कि विशेष राज्य का दर्जा बिहार का हक है और वे इसे लेकर रहेंगे. संजय सिंह ने कहा, "जब तक बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलता हमारा आंदोलन जारी रहेगा. कौन क्या बोलता है, कौन क्या करता है इससे हमलोगों को मतलब नहीं है. प्रधानमंत्री जी क्या बोल रहे हैं, बिहार कैबिनेट के मंत्री क्या बोल रहे हैं. 2006 में विधानमंडल में सर्वसम्मति से सभी दलों ने इस पर मुहर लगाने का काम किया कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए क्योंकि बिहार एक पिछड़ा राज्य है.''


कल भी आरजेडी ने ली थी चुटकी
संजय सिंह के बयान के बाद आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने यह कहते हुए चुटकी ली कि जब केंद्र बीजेपी की सरकार है तो अब वो किससे मांग करे रहे हैं. मृत्युंजय तिवारी ने कहा, "नीतीश कुमार जी को बताना है कि प्रधानमंत्री जी ने कल पार्लियामेंट में स्पष्ट रूप से कह दिया. डबल इंजन की सरकार तो डिरेल हो गयी. अब यह स्पष्ट है कि नीतीश कुमार जी को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलने वाला. बिहार की 11 करोड़ जनता के लिए राजनीति करते हैं तो केंद्र की सरकार से समर्थन वापस लीजिए और गठबंधन तोड़िए, जिस तरह से चंद्रबाबू नायडू ने किया था.''


बीजेपी दे रही गोलमोल जबाव
बीजेपी के विधायक और युवा मोर्चा के अध्यक्ष नितिन नवीन ने कहा कि प्रधानमंत्री बिहार को जो लाभ दे रहे हैं तो जाहिर है उसमें विशेष राज्य का दर्जा समाहित हो गया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने इसका पुरजोर सर्मथन किया है. विशेष आयोग की टीम आएगी तो बीजेपी और बिहार सरकार के लोग उसमें यह मांग विशेष रूप से रखेंगे.