पटना: लालू प्रसाद की पार्टी आरजेडी ने अपने समधी चंद्रिका राय के घर में फूट करा दी. चंद्रिका राय के बड़े भाई विधान राय की बेटी डॉक्टर करिश्मा राय आरजेडी में शामिल हो रही हैं. चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या की शादी लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप से हुई थी लेकिन दोनों में तलाक का मामला अदालत में चल रहा है. चंद्रिका राय लालू परिवार से खफा होकर पार्टी भी छोड़ने को कह चुके हैं. खबर यह है कि चंद्रिका राय एनडीए में शामिल हो सकते हैं. ऐसे में लालू ने चंद्रिका राय के घर में सेंधमारी कर दी और चंद्रिका राय की भतीजी जो पेशे से डॉक्टर है उन्हें शामिल करा लिया.


करिश्मा अपनी ऐशो आराम की जिंदगी से खुश नहीं
डॉ करिश्मा राय ने एबीपी न्यूज से कहा कि मैं ऐशो आराम की जिंदगी से खुश नहीं. मैं आज ही आरजेडी ज्वाइन कर रही हूं और ज्वाइन करने के पीछे मकसद यही है कि मैं अपने भूतपूर्व स्वर्गीय दरोगा प्रसाद राय जी जो मेरे दादा जी थे मैं उनके कार्यो से बहुत ज्यादा प्रेरित हूं. मैंने इसलिए ये निर्णय लिया क्योंकि अपने लिए तो सभी जीते हैं एसी में बैठना, अच्छा खाना सभी चाहते हैं लेकिन मेरे लिए ये जिंदगी नहीं है. मैं इस जिंदगी से खुश नही हूं. मैं चाहती हूं कि दूसरों के लिए भी मैं कुछ करूं. अगर मेरे जैसे पढ़े लिखे और काबिल व्यक्ति अगर कुछ नहीं करेंगे तो फिर कौन करेगा. मुझे लगता है समाज के प्रति मेरा बहुत बड़ा दायित्व है और अब यह समय आ गया है कि मैं इसे पूरा करूं और राजनीति में मुझे बहुत बड़ा दायरा मिलेगा.


करिश्मा ने आगे कहा, वैसे तो प्रोफेशन से मैं एक डेंटिस्ट हूं और मैंने समाज सेवा भी की है. अपने पेशे में ही वैसे बुजुर्ग जिनके बच्चे उनको नहीं पूछते थे. वैसे लोगों से मिलकर मैं बहुत ज्यादा द्रवित हो जाती थी. और उनकी मदद करती थी पर मैंने सोचा ये इसका उपाय नहीं है. इसके लिए कुछ करना होगा, हम हाथ पे हाथ धरे नहीं बैठ सकते.


आरजेडी ही क्यों? करिश्मा ने इस सवाल का जवाब दिया कि मेरे दादा जी का कार्य क्षेत्र की समानता लगभग इसी से थी. उन्होंने भी दबे कुचले, शोषित वर्ग के लोगों के लिए बहुत काम किया है जिसे लालू प्रसाद यादव ने आगे बढ़ाया है.


करिश्मा ने बहन ऐश्वर्या और बहनोई की तारीफ की
उन्होंने कहा, मेरा ये मानना है कि दो लोग जो दिल के बहुत अच्छे हैं और किसी निजी कारणों से उनका रिश्ता नहीं निभ पाता है तो इसमें हम किसी को दोषी नहीं कह सकते. क्योंकि यह मैटर अंडर सब्ज्युडिस है कोर्ट में भी. पुलिस के पास भी तो मैं इसपर कुछ कहना उचित नहीं समझूंगी. ये बहुत ही निजी मामला है मैं इस अपेक्षा से राजनीति ज्वाइन करने की सोची हूं कि मैं समाज सेवा कर सकूं और अच्छे समाज के विकास में अपना योगदान दे सकूं. बाकी ये उनका निजी मामला है और मैं उचित व्यक्ति नहीं हूं इसपर कुछ कहने के लिए.


करिश्मा ने कहा- लालू जी कोई आम व्यक्ति नहीं, एक सोच है एक विचारधारा हैं
करिश्मा ने लालू प्रसाद यादव की भी जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा, मैं अपनी बात बिल्कुल भी पहुंचा पाऊंगी क्योंकि सूली पर तो जीसस क्राइस्ट को भी चढ़ाया गया था. शंकर भगवान को भी पार्वती जी ने बहुत अपमानित किया तो इसका कोई मायने नहीं रखता. जहां तक लालू जी की बात है वो एक योग्य पुरूष हैं वो कोई आम व्यक्ति नहीं है. वो एक सोच है एक विचारधारा हैं. उन्होंने दबे कुचले वंचितो को जो आवाज दी है. वो कोई आज तक भारत या संसार के इतिहास में नहीं किया है. ऐसे बहुत कम लोग ही हैं जिन्होंने ऐसा उदाहरण दिया है. लालू जी पूजनीय हैं. जहां तक तेजस्वी जी की बात है तो नवयुवक हैं और वो एक नए समाज बनाने के लिए संकल्पित हैं.


लालू और मेरे दादा के बीच पुराना रिश्ता
करिश्मा ने कहा, मैं निजी सवालों पर कुछ नहीं बोल सकती. मुझे बस यही पता है कि लालू यादव जी, मेरे दादा जी और मेरे पिता के बीच एक पारिवारिक रिश्ता था. मैं कहां से चुनाव लड़ूंगी या मुझे पार्टी में क्या करना है. ये सब पार्टी तय करेगी. मुझे इसपर कुछ नहीं कहना. मैं चुनाव लड़ने के उद्देश्य से नहीं आई हूं, जो पार्टी मुझे जिस रूप में मुझसे सेवा प्रदान करने के लिए बोलेगी, वहीं करूंगी. मेरा कोई निजी स्वार्थ नही है चुनाव लड़ना.


मैं अभी चुनाव लड़ने को लेकर कुछ सोचा ही नहीं है, मैं यहां किसी के खिलाफ लड़ने नहीं आई हूं. मैं यहां सोसाइटी के लिए आई हूं. मैं अपने पॉजिटिव सोच के साथ काम करने आई हूं और करूंगी. मैं किसी के खिलाफ लड़ने या किसी की शिकायत करने नहीं आई हूं. मैं बहुत ही सकारात्मक सोच के साथ आरजेडी ज्वाइन कर रहीं हूं.


मैं यहीं कहूंगी की राबड़ी देवी जो माता तुल्य हैं. लालू यादव जी को मेरे दादा जी के जमाने से जानती हूं. ये सभी लोग आपस में सुख दुख के साथी हैं. तेजस्वी और तेजप्रताप सभी के चहेते रहे हैं और मीसा दीदी तो बहुत प्यारी और अच्छी हैं. मैं इससे ज्यादा और क्या कहूं.


ऐश्वर्या और तेजप्रताप में कोई दोषी नहीं
ऐश्वर्या और तेजप्रताप के रिश्तों पर करिश्मा ने कहा, ये सब बहुत ही निजी सवाल हैं. मैंने पहले भी कहा है कि दो बहुत अच्छे लोगों में भी बहुत निजी कारणों से शादी नहीं बन पाती है. इसके लिए आप किसी को दोषी नहीं बता सकते हैं और ये बहुत निजी बात है. मैं इसपर ज्यादा बोलना नहीं चाहती हूं.


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