नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के घरेलू दंगल में आज सियसत के पहलवान मुलायम सिंह यादव अपने बेटे के सामने 'चित' होते नजर आए. परिवार के झगड़े के बीच आज मुलायम सिंह यादव दिल्ली पहुंचे हैं. दिल्ली में मुलायम सिंह यादव की शिवपाल यादव और अमर सिंह के साथ बैठक जारी है. मुलायम ने अपने बयानों से परिवार में जारी कलह पर बेटे के सामने झुकने के संकेत दिए.


पहली- मुलायम आज ही लखनऊ से दिल्ली पहुंचे हैं. दिल्ली आने से पहले आज सुबह ही मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव लखनऊ में समाजवादी पार्टी के दफ्तर पहुंचे. इस दफ्तर पर फिलहाल अखिलेश यादव गुट का कब्जा है.


दूसरी- लखनऊ में मुलायम ने अपने समर्थकों से कहा कि आप चुनाव की तैयारी कर लीजिए, जिसे टिकट मिला है वो चुनाव लड़ेगा. अखिलेश गुट के साथ समझौते की गुंजाइश के बारे में पूछे जाने पर मुलायम बोले, जब कोई विवाद ही नहीं है तो कैसा समझौता?


तीसरी- सूत्रों के मुताबिक मुलायम ने कार्यकर्ताओं से कहा कि उनके पास कुछ नहीं है और सिर्फ गिनती के विधायक समर्थन में हैं. मुलायम ने कहा कि अखिलेश उनका बेटा है, ऐसे में वो क्या कर सकते हैं?


चौथी- मुलायम ने अखिलेश के दो महीने के अध्यक्ष बने रहने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था. दो महीने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘’मैं बेवकूफ हूं क्या?’’


पांचवीं- रामगोपाल यादव ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में कहा है कि नेताजी (मुलायम सिंह यादव) मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष मान लें. साथ ही उन्होंने मुलायम-अखिलेश के बीच मचे घमासान के लिए अमर सिंह को जिम्मेदार ठहराया है. रामगोपाल ने कहा कि अमर सिंह अखिलेश यादव को हराने के लिए साजिश रच रहे हैं. रामगोपाल ने अमर सिंह की तरफ इशारा करते हुए कहा है कि कुछ लोग तांत्रिकों के साथ मिलकर अखिलेश के खिलाफ साज़िश कर रहे हैं.


छठी- अमर सिंह ने कहा कि मैं नेता जी (मुलायम सिंह यादव) का प्रतिनिधि हूं. जो मैं कर रहा हूं वो नेता जी के कहने पर ही कर रहा हूं. मुझसे शिवपाल सिंह यादव ने कुछ भी नहीं कहा.


सातवीं- मुलायम और अमर सिंह कल यानि सोमवार को दोपहर एक बजे के करीब चुनाव आयोग पहुंच कर अखिलेश खेमे के उन हलफनामों का जवाब दे सकते हैं, जिसमें पार्टी के 90 फीसद विधायकों, सांसदों और एमएलसी के साथ होने का दावा किया गया था.


आठवीं- मुलायम के चचेरे भाई रामगोपाल यादव कल सात कार्टन में डेढ़ लाख पन्नों के दस्तावेज लेकर आयोग पहुंचे थे. चुनाव आयोग ने दोनों पक्षों से सारे दस्तावेज कल तक देने के लिए कह रखा है. इससे पहले मुलायम ने चुनाव आयोग को चिट्टी लिखकर चुनाव चिन्ह साइकिल पर दावा ठोका था.


नौंवीं- इससे पहले दो जनवरी को मुलायम सिंह यादव ने चुनाव आयोग से मुलाकात कर पूरे विवाद की जानकारी और पार्टी पर अपने अधिकार के सबूत दिए थे. उस बैठक में मुलायम के साथ शिवपाल यादव, अमर सिंह और जया प्रदा मौजूद थीं.


दसवीं- इस सब के बीच पार्टी के कुछ बड़े नेता दोनों खेमों में अब भी सुलह की कोशिश कर रहे हैं. इनमें आजम खान भी शामिल हैं. लेकिन इन नेताओं की कोशिशों का असर फिलहाल तो होता नहीं दिख रहा.