नई दिल्ली: यूपी में आंधी-तूफ़ान में 10 लोगों की मौत हो गई है. राज्य के कई इलाक़ों में देर रात धूल भरी आंधी चली. सेंट्रल और यूपी के पूर्वांचल में जान माल के तबाही की ख़बर है. अकेले गोंडा जिले में तीन लोगों की मौत हो गई है. घर पर पेड़ गिर जाने से दो बच्चे उसमें दब कर मर गए. मौसम विज्ञान के पूर्वानुमान के बाद तूफान ने दस्तक दी थी.





धूल भरी आंधी से जनजीवन अस्त व्यस्त रहा. जगह-जगह सैकड़ों पेड़ उखड़ गए और घरों के छप्पर उड़ गए. दिन में ही अंधेरा छा गया. कई सड़कों पर भारी भरकम पेड़ गिरने से आवागमन भी बाधित रहा जिससे आने-जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा.


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सबसे अधिक तबाही सीतापुर में हुई, जहां 7 लोगों की जान चली गई. यहां एक मस्जिद की मीनार गिरने से एक व्यक्ति उसमें दब गया. फ़ैज़ाबाद जिले में भी एक की मौत हुई है. सीतापुर में 17 और फ़ैज़ाबाद में 11 लोगों के घायल होने की भी जानकारी आई है. यूपी सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि प्रभावित जिलों के डीएम को राहत और बचाव का काम शुरू करने को कहा गया है.
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पिछले दो महीनों में आंधी और तूफ़ान ने कई बार यूपी में तबाही मचाई है. 2 मई को जान माल की सबसे अधिक तबाही हुई थी, जब अकेले आगरा में 43 लोगों की जान चली गई थी. सीएम योगी आदित्यनाथ को कर्नाटक का चुनाव प्रचार छोड़ कर यूपी लौटना पड़ा था. आंधी, तूफ़ान और बारिश से अब तक क़रीब 150 लोगों की जानें जा चुकी हैं. 8 मई को धूल भरी आंधी चलने से 11 लोगों की मौत हो गई थी.