बरेली: यूपी के बरेली में मानवता को शर्मशार करने वाला मामला सामने आया है. संवेदनहीनता की सारी हदें पार करते हुए एक 10 साल के मासूम का शव अस्पताल में छोड़कर उसके मां-बाप फरार हो गए. अब जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने कोतवाली पुलिस को सूचना दे दी है. अस्पताल में रखा मासूम का शव अपनों के इंतजार में पड़ा है.
मोर्चरी में रखे मासूम के शव को अपनो की आस
जिला अस्पताल की मोर्चरी में सफेद कपड़े में लपेटकर 10 साल के बच्चे दीनदयाल के शव को रखा गया है. दीनदयाल को बीती रात बदायू के जिला अस्पताल से बरेली के जिला अस्पताल रेफर किया गया था. उसकी तबियत ज्यादा खराब होने की वजह से उसे हायर सेंटर बरेली के जिला अस्पताल में भर्ती किया गया. रात 12 बजकर 5 मिनट पर दीनदयाल को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया और 2 बजकर 35 मिनट पर उसकी मौत हो गई. महज ढाई घंटे में ही मासूम दीनदयाल की मौत हो गई.
आगरा: अमित शाह और योगी के काफ़िले पर फूलों की बारिश, लगे योगी-मोदी ज़िंदाबाद के नारे
सुबह जब बच्चे के शव ले जाने के बारे में उसके मां-बाप को बुलाया गया तो पता चला वो लोग नहीं है. देर शाम तक बच्चे के मां-बाप उसका शव लेने नहीं आए थे. जिला अस्पताल के मेमो पर बच्चे की जानकारी दी गई है. दीनदयाल बदायू के उघैती थाना क्षेत्र के धर्मपाल का बेटा है. जिला अस्पताल के इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डॉ शैलेश रंजन ने बताया कि कोतवाली पुलिस को मामले की जानकारी दे दी गई है.
पुलिस बच्चे के मां-बाप की तलाश में जुटी
वहीं इस मामले में सीओ सिटी कुलदीप कुमार का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में आया है. उनका कहना है कि मामले की जांच कराएंगे की आखिर क्या वजह है कि बच्चे के परिजन उसकी लाश को नही ले जाना चाहते.
उन्नाव में रेप की कोशिश: वो गिड़गिड़ाती रही और दरिंदे जबरदस्ती करते रहे, वायरल हुआ वीडियो
एबीपी न्यूज़ के कुछ सवाल
1- आखिर ऐसा क्या हुआ कि जिस मां ने 9 महीने तक अपने बच्चे को कोख में रखा , दर्द सहा, बच्चे के पैदा होने पर खुशिया मनाई, हाथ पकड़कर बच्चे को चलना सिखाया लेकिन जब उसकी मौत हो गई तो मां- बाप ने आखिरी बार अपने कलेजे के टुकड़े के शव को भी नही देखना चाहा ?
2- क्या कोई मां-बाप अपने बच्चे की लाश छोड़कर भाग सकते है ?
3- क्या कोई मां-बाप अपने कलेजे के टुकड़े की लाश को भी देखना नही चाहते ?