लखनऊ: डाकू मलखान सिंह का पोता सोने की चेन लूटने के आरोप में लखनऊ में पकड़ा गया. वही मलखान सिंह जो कभी चम्बल का शेर कहा जाता था. ह्त्या और अपहरण के उस पर सैकड़ों मुक़दमे थे. उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीहड़ों में में आतंक का दूसरा नाम था मलखान सिंह. बड़ी-बड़ी मूंछों वाले छह फ़ीट के मलखान के नाम से ही सत्तर के दशक में लोग कांप जाते थे.
33 साल के इस डकैत ने उस समय के एमपी के सीएम अर्जुन सिंह के सामने आत्मसमर्पण किया था. मलखान सिंह तो अब खेती किसानी करता है. लेकिन उसका पोते अजय सिंह अपने दादा के रास्ते पर चल पड़ा. लखनऊ में आ कर वो अपराधी बन गया.
अपने कुछ दोस्तों और एक सुनार के साथ मिल कर अजय सिंह ने एक गैंग बना ली. लखनऊ और कानपुर में इस गैंग ने सोने की चेन और गहने लूटने शुरू कर दिए. हाल के दिनों में गोमतीनगर इलाके में जब ये घटनाएं बढ़ गई. तो पुलिस के कान खड़े हुए.
जांच शुरू हुई तो अजय सिंह का पता चला. लखनऊ के एसएसपी दीपक कुमार ने एसपी नार्थ अनुराग वत्स की अगुवाई में एक टीम बनाई. मुखबिर से मिली जानकारी के बाद इस टीम ने अजय को स्मृति उपवन से गिरफ्तार कर लिया. वो अपने एक साथी के साथ लूटी हुई चेन का सौदा करने पहुंचा था. अजय और उसके एक साथी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. इस गैंग के बाकी लोगों को पकड़ने में पुलिस जुटी हुई है.