उपचुनाव के नतीजे बीजेपी के खिलाफ जनाक्रोश है: विपक्ष
उत्तर प्रदेश और बिहार में लोकसभा उपचुनाव के नतीजों से उत्साहित विपक्षी दलों ने कहा कि यह जनादेश बीजेपी के खिलाफ जनाक्रोश को दिखाता है.
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश और बिहार में लोकसभा उपचुनाव के नतीजों से उत्साहित विपक्षी दलों ने कहा कि यह जनादेश बीजेपी के खिलाफ जनाक्रोश को दिखाता है. यूपी और बिहार की तीन लोकसभा सीटों के लिए हुए उपचुनाव में बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा है. इसके अलावा बिहार में भभुआ और जहानाबाद विधानसभा के लिए उपचुनाव हुआ जिसमें बीजेपी को सिर्फ भभुआ सीट पर ही जीत मिली.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उपचुनाव के नतीजों के बारे में कहा कि मतदाताओं में भाजपा के प्रति बहुत क्रोध है. राहुल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘आज के उपचुनावों में जीतने वाले उम्मीदवारों को बधाई.’’उन्होंने कहा, ‘‘नतीजों से स्पष्ट है कि मतदाताओं में बीजेपी के प्रति बहुत क्रोध है और वो उस गैर भाजपाई उम्मीदवार के लिए वोट करेंगे जिसके जीतने की संभावना सबसे ज़्यादा हो.
राहुल ने यह भी कहा, ‘‘ कांग्रेस यूपी में नवनिर्माण के लिए तत्पर है, ये रातों रात नहीं होगा.’’ कांग्रेस ने दावा किया कि अब बीजेपी के लोकसभा में साधारण बहुमत नहीं रहा. उसके सदस्यों की संख्या271 हो गई है, हालांकि लोकसभा सचिवालय के मुताबिक बीजेपी के 274 सदस्य हैं और पार्टी को अपने दम पर साधारण बहुमत के लिए 272 सीटों की जरूरत है.
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने उत्तर प्रदेश और बिहार में हुए उपचुनावों के नतीजे आने के तुरन्त बाद ट्वीट कर कहा कि अंत की शुरूआत हो चुकी है. उन्होंने बहुजन समाज पार्टी(बीएसपी) की प्रमुख मायावती और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव को ट्विटर पर बधाई दी.
बीजेपी के साथ गठबंधन के फैसले पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से रिश्ता तोड़ने वाले शरद यादव ने दावा किया कि बिहार और उत्तर प्रदेश में उपचुनावों में एनडीए की चुनावी हार से उनके रूख की पुष्टि हुई है. नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए यादव ने कहा कि जनादेश को कुचलने वालों और पाला बदलने वालों की हार हुई. यादव ने कहा कि नतीजा दिखाता है कि महागठबंधन बरकरार है.
वहीं समाजवादी पार्टी (एसपी) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव के नतीजों को केन्द्र और उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकारों के खिलाफ जनादेश करार देते हुए सभी सहयोगी दलों को धन्यवाद दिया. अखिलेश ने कहा कि वह सबसे पहले बसपा नेता मायावती का बहुत-बहुत धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने देश की महत्वपूर्ण लड़ाई में सपा का सहयोग और समर्थन किया. साथ ही राष्ट्रीय लोकदल, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, निषाद पार्टी, पीस पार्टी और वामदलों का भी धन्यवाद दिया.
उपचुनाव नतीजों पर कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि बीजेपी के जुमलेबाजी, उसकी किसान- नौजवान- महिला विरोधी नीति को आज देश की जनता पहचान गई है. उन्होंने कहा, ‘‘आप देखते जाइये. चाहे राजस्थान के उपचुनाव रहे हों, मध्य प्रदेश के हों या अब उत्तर प्रदेश और बिहार के उप- चुनाव हों, बदलाव आ चुका है." सीपीएम के सांसद मोहम्मद सलीम ने भी उपचुनाव के नतीजों का स्वागत किया और कहा कि इसका प्रभाव अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनावों पर भी पड़ेगा.
सीपीआई नेता डी राजा ने कहा कि परिणामों से पता चलता है कि बीजेपी अपराजेय नहीं है. सुरजेवाला ने कहा कि उपचुनाव के नतीजों ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि बीजेपी के अहंकार और कुशासन से लोग क्रोधित हैं. कांग्रेस प्रवक्ता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि उपुचनाव के नतीजों ने स्पष्ट संकेत दिया है कि देश भर में लोगों ने केंद्र सरकार के किसान विरोधी शासन के खिलाफ बोला है.
उन्होंने कहा कि यह बहुत स्पष्ट है कि हमारे महान देश के लोग सभी राज्यों में बीजेपी की सरकार को बाहर का रास्ता दिखा रहे हैं क्योंकि यह वादे के ठीक उलट काम कर रही है. लोग बीजेपी को सबक सिखाने के लिए अब 2019 के आम चुनाव का इंतजार कर रहे हैं.
इस बार के उपचुनाव में बीजेपी विरोधी आंधी ने योगी की गोरखपुर सीट से उनकी सत्ता का अंत कर दिया. पिछले 20 सालों से योगी आदित्यनाथ इस सीट से सांसद थे. मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्हे ये सीट छोड़नी पड़ी थी. वहीं यूपी के डिप्टी सीएम की सीट से भी बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा है.
बिहार में विधानसभा की दो सीटों पर हुए उपचुनाव में राजद ने जहानाबाद सीट पर जबकि बीजेपी ने भभुआ सीट पर जीत हासिल की.