मेरठ: मेरठ में अपनी नाबालिग बेटी के अश्लील वीडियो सार्वजनिक होते देख एक पिता ने जहर खाकर जान दे दी. 10 दिन पहले बेटी को दिनदहाड़े दबंग पड़ोसी अपहरण करके ले गये थे. पुलिस ने बेटी को तो बरामद कर लिया लेकिन एक के अलावा बाकी आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. बेटी के अश्लील वीडियो के बलबूते पिता पर केस वापिस लेने का दबाब बनाया जा रहा था. वारदात के पीछे एक साल पहले की रंजिश भी बताई जा रही है.


पहले किडनैप फिर वीडियो किया सार्वजनिक


शहर के मेडीकल इलाके में रहने वाले एक परिवार की बेटी को रक्षाबंधन के दिन दबंग पड़ोसी और उसके बेटों ने अगवा कर लिया था. मेडीकल थाने में अपहरण का केस दर्ज हुआ और पुलिस ने 48 घंटे में लड़की की बरामदगी कर ली. पुलिस ने इस मामले में प्रिंस नाम के एक युवक को जेल भेजकर कार्रवाई से हाथ खड़े कर दिये. इस दौरान बाकी बचे आरोपी पीड़ित पिता और उसकी बेटी को जान से मारने की धमकी देकर केस वापस लेने का दबाब बना रहे थे. पीड़ित पिता ने जब आरोपियों की बात नहीं मानी तो आरोपियों ने उनके बेटी का वीडियो मोहल्ले के लोगों को दिखाना शुरू कर दिया. आरोपियों ने यह वीडियो पीड़ित पिता को भी दिखाया और केस में समझौता न करने पर वीडियो सोशल मीडिया में वायरल करने की धमकी दी थी.


पुलिस ने नहीं सुनी बेबस पिता की फरियाद


परिवार ने बताया कि सुसाइड से पहले पीड़ित खे पिता थाने गये थे और उन्होंने पुलिस से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की गुहार लगाई. उन्होंने पुलिस को यह भी बताया कि किस तरह आरोपी बेटी का वीडियो सार्वजनिक कर रहे हैं और लगातार केस वापस लेने का दबाब बना रहे हैं. मगर पुलिस ने कार्रवाई के बजाय पीड़ित की बेटी को ही सवालों के कटघरे में खड़ा कर उसे थाने से टरका दिया. इसके बाद घर आकर पीड़ित ने कीटनाशक खाया और अपनी जान दे दी. घटना के वक्त घर में कोई नहीं था.


मृतक और उसके परिवार पर पहले से दर्ज है केस


मेडीकल थाना प्रभारी सतीश कुमार ने बताया कि पीड़ित परिवार के बेटे और मृतक समेत 4 लोगों के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर नबम्बर 2017 में छेड़छाड़ और मारपीट का केस दर्ज कराया गया था. इस मामले में मई 2018 में पुलिस ने आरोप-पत्र दाखिल कर दिया. मामले में अदालत में सुनवाई जारी थी. इसी दौरान पहले किडनैप और फिर सुसाइड के मामले में मृतक के परिवार पर केस दर्ज कराया गया है. इस बात की जॉच की जा रही है कि कोर्ट के आदेश पर दर्ज मुकदमें की पृष्ठभूमि क्या थी और किन हालातों में मृतक और उसके परिवार के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया है. एसपी सिटी रणविजय सिंह का कहना है कि आत्महत्या के मामले में जांच जारी है. आरोपियों की भूमिका पर पुलिस काम कर रही है. कार्रवाई भी होगी.