लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसपी-बीएसपी और कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि जिन लोगों को अपने स्वयं के बंगले बनवाने और अपने परिवार के विकास से फुर्सत नहीं थी, उनसे दलितों, गरीबों पिछड़ों के कल्याण की सोचना कल्पना मात्र है.
योगी ने कहा, 'जिन लोगों को अपने स्वयं के बंगले बनवाने, स्वयं और अपने परिवार के विकास के साथ-साथ प्रदेश के पैसों को लुटाकर विदेशों में अपनी हवेलियां और होटल बनवाने से फुर्सत नहीं थी, उनसे यह उम्मीद करना कि वह अति पिछड़ों, दलितों, गरीबों के बारे में सोचेंगे, यह कोरी कल्पना होगी.'
योगी ने एसपी-बीएसपी सरकारों की सोच को विकास विरोधी बताते हुए कहा कि आज अति पिछड़ा, दलित, गरीब और वंचित वर्ग के लोग इस सच को जान गए हैं कि उनके हितों पर डकैती डालने वाले लोग कौन थे. मुख्यमंत्री बीजेपी पिछड़ा वर्ग मोर्चा द्वारा आयोजित समाजिक प्रतिनिधि बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि जाति, धर्म, मजहब को देखे बिना सबका साथ-सबका विकास की नीति पर काम करते हुए सरकारी योजनाओं का लाभ गरीबों, वंचितों, दलितों और अति पिछड़ों को मिले, इस कार्य को बीजेपी की केन्द्र और प्रदेश की सरकार कर रही है. हमारी सरकार बिना भेदभाव हर व्यक्ति की सुरक्षा समृद्धि की गांरटी दे रही है.
योगी ने कहा कि जब आमजन की सुरक्षा समृद्धि और विकास की गांरटी बीजेपी की सरकारें दे रही हैं तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी का कोई विकल्प हो ही नहीं सकता.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने माटी कला बोर्ड का गठन करने करने का काम किया है. उन्होंने कहा कि माटी कला बोर्ड कितना बड़ा काम करने जा रहा है, उसका महत्व आने वाले समय में लोगों को समझ में आएगा.
उन्होंने कहा पर्यावरण की दृष्टि से प्लास्टिक को चरणबद्ध तरीके से प्रतिबंधित करते हुए प्लास्टिक के स्थान पर मिट्टी के कुल्हड़, कप और अन्य बर्तन आदि का उपयोग बढ़ाने और अन्य कार्यों में माटी कला बोर्ड महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है.
योगी ने कहा कि ग्राम पंचायतों के तालाबों को प्रजापति समाज के लोगों को निःशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा. वे तलाब से मिट्टी निकाल सकें, ताकि माटी कला बोर्ड को हर जगह प्रोत्साहित किया जा सके.
उन्होंने कहा कि 10 अगस्त को लखनऊ में राष्ट्रपति ‘वन डिस्ट्रिक-वन प्रोडेक्ट’ कार्यक्रम का शुभारम्भ करेंगे. यह प्रदेश के परम्परागत उत्पाद को प्रोत्साहित करने की दृष्टि से बहुत बड़ा कार्य है.