खुद को सीएम योगी का सचिव बता ठगी करने वाले तीन 'नटवरलाल' धरे गए
एक बार बदमाशों ने कानपुर के डीएम को फोन किया, "हैलो मैं सीएम साहब का सेक्रेटरी राकेश बोल रहा हूं, आपसे कुछ कहा था लेकिन अब तक तो हुआ नहीं.. अब आगे सीएम साहब नाराज हुए तो मैं नहीं जानता". इतना कहते ही उसने फोन काट दिया.
लखनऊ: यूपी एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) को बड़ी कामयाबी मिली है. यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ के नाम पर अफसरों को फोन करने वाले तीन 'नटवरलाल' पकड़े गए हैं. दरअसल ये बदमाश मुख्यमंत्री का सचिव बन कर लोगों को ठगते थे. कानपुर के डीएम की शिकायत पर एसटीएफ ने इन्हे पकड़ लिया है.
पुलिस की गिरफ्त में आए अतीश मिश्रा, हनुमान शुक्ल और राहुल उपाध्याय मिलकर योगी आदित्यनाथ के नाम पर आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को फोन करते थे और खुद को मुख्यमंत्री का सचिव बता कर तरह-तरह के काम बताते थे.
एक बार बदमाशों ने कानपुर के डीएम को फोन किया, "हैलो मैं सीएम साहब का सेक्रेटरी राकेश बोल रहा हूं, आपसे कुछ कहा था लेकिन अब तक तो हुआ नहीं.. अब आगे सीएम साहब नाराज हुए तो मैं नहीं जानता". इतना कहते ही उसने फोन काट दिया. इस कॉल के बाद डीएम को शक हुआ. उन्होंने ट्रूकॉलर पर नाम चेक किया तो योगी आदित्यनाथ आया और पता भी लखनऊ में सीएम के बंगले का था. इसके बाद यह केस एसटीएफ को दे दिया गया.
यूपी एसटीएफ के एसएसपी मनोज तिवारी एक टीम बना कर जांच में जुट गए. मुखबिर से सुराग मिलते ही लखनऊ में वर्मा बेकरी से तीनों नटवरलाल पकड़े गए.