लखनऊ: सामूहिक रेप के आरोप में वांछित एसपी के वरिष्ठ नेता पूर्व विधायक गायत्री प्रजापति के मामले में तीन सह अभियुक्तों को आज लखनऊ में गिरफ्तार कर लिया गया. इसके अलावा प्रजापति के दो बेटों और एक भतीजे से पूछताछ की गयी. लखनऊ जोन के पुलिस महानिरीक्षक ए. सतीश गणेश ने बताया कि सामूहिक रेप के मामले में प्रजापति के साथ अभियुक्त बनाये गये अमरेन्द्र उर्फ पिंटू, रूपेश्वर और विकास वर्मा को लखनऊ के हजरतगंज इलाके से गिरफ्तार किया गया.
गायत्री प्रजापति की तलाश में जुटी है स्पेशल टास्क फोर्स
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) दलजीत चौधरी ने कहा ‘‘लखनऊ पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स गायत्री प्रजापति की तलाश में जुटी है और उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.’’ इस बीच, लखनऊ की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजिल सैनी ने बताया कि पुलिस ने प्रजापति के दो बेटों और भतीजे से पूछताछ की. प्रजापति पर दबाव बनाने के लिये उनकी लखनऊ स्थित दो सम्पत्तियों और अमेठी की एक सम्पत्ति को कुर्क किया जाएगा. हम उनकी सम्पत्तियों की सूची बना रहे हैं.
इस मामले में अब तक अशोक तिवारी, आशीष शुक्ला, प्रजापति के गनर चंद्रपाल और आज पकड़े गये तीन अन्य समेत कुल छह आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. प्रजापति और उनके छह अन्य साथियों पर एक महिला से सामूहिक रेप और उसकी बेटी से छेड़खानी के आरोप में सुप्रीम कोर्ट के गत 17 फरवरी के निर्देश पर मुकदमा दर्ज किया गया था. प्रजापति ने इस बार भी अमेठी विधानसभा सीट से एसपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए.
चार हफ्तों के लिये निलम्बित कर दिया गया था पासपोर्ट
प्रजापति के विदेश भागने की आशंका के मद्देनजर उनके पासपोर्ट को चार हफ्तों के लिये निलम्बित कर दिया गया था. विधानसभा चुनाव के दौरान यह मामला उठने पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इशारों में प्रजापति को आत्मसमर्पण करने को कहा था. राज्यपाल राम नाईक ने रेप जैसे गम्भीर आरोप में वांछित होने के बावजूद प्रजापति को मंत्रिमंडल से बर्खास्त न किये जाने पर आपत्ति दर्ज करते हुए इस सिलसिले में मुख्यमंत्री को चिट्ठी भी लिखी थी.