कुशीनगर: जिले में जहरीली शराब पीने से तीन लोगों की मौत हो गयी. मरने वालों में दो लोग चचेरे भाई हैं जबकि तीसरा उसी गांव का रहने वाला है. मामला तरयासुजान थानाक्षेत्र के जवहीं दयाल गांव के चैन पट्टी टोले का है. जानकारी होने पर स्थानीय पुलिस ने परिजनों पर दबाव बनावाकर अंतिम संस्कार कराने का प्रयास किया लेकिन मामला उजागर होने के बाद पुलिस ने दो शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया जबकि ग्रामीण एक व्यक्ति का अंतिम संस्कार कर चुके थे.


गांव वालों का सीधा आरोप है कि स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से उनके संरक्षण में बड़ी मात्रा में अवैध शराब बनाई जाती है. पुलिसकर्मी सुविधाशुल्क लेकर अवैध शराब के धंधे को संचालित कराते हैं इसीलिए गांव वाले इस अवैध धंधे का विरोध नहीं कर पा रहे. इस अवैध कारोबार के कारण लोग जहरीली शराब पीने के आदी हो गये हैं. जहरीली शराब पीने से तीन मौतों के बाद पुलिस और प्रशासन के भी होश उड़ गये. एसपी ने पूरे मामले की जांच का आदेश दिया है.


स्थानीय लोगों का आरोप है कि कुशीनगर का बिहार से सटा हुआ इलाका अवैध शराब कारोबार का हब बन गया है. स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से स्प्रिट से जानलेवा शराब बनायी जा रही है. स्थानीय पुलिस और आबकारी इस मामले में मौन साधे बैठे हैं.


स्प्रिट से बनी शराब जानलेवा होती है यह जानने के बाद भी लोग तेज नशा और सस्ता होने के कारण सेवन करते हैं. इस जहरीली शराब ने तरयासुजान थाने के जवहीं दयाल गांव में तीन जिंदगियों को मौत की नींद सुला दिया.


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आरोप है कि पुलिस परिजनों पर दबाव बनाकर उनका अंतिम संस्कार भी कराने की फिराक में थी. पुलिस ने मृतकों में अवध निषाद का अंतिम संस्कार भी करा दिया लेकिन मृतक हीरालाल और डेबा का अंतिम संस्कार अभी नहीं हुआ है. एसपी के एक्शन में आने के बाद पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.


पुलिस तीनों मौतों को जहरीली शराब से ना मानकर अधिक शराब पीना बता रही है. इतना ही नहीं पुलिस का कहना है कि एक की मौत बीमारी की वजह से हुई है जबकि मृतक के परिजनों का साफ कहना है कि तीनों बाजार गये थे जहां लौटने के बाद शराब पीने अवैध शराब के अड्डे पर चले गये.


वहां से लौटने के कुछ देर बाद हीरालाल के पेट में दर्द होने लगा. कुछ देर बाद उसके आंख से धुंधला दिखाई देने लगा. इसके बाद परिजन उसे अस्पताल लेकर गये जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी.


इस मामले में पुलिस अधीक्षक राजीव नारायण मिश्रा ने बताया कि शवों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. रिपोर्ट के आधार पर कार्यवाही की जाएगी. क्षेत्र में अवैध शराब के पुलिस संरक्षण में चलने की बात पर पुलिस अधीक्षक ने जांच कर कार्यवाही की बात कही. कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता स्थानीय विधायक अजय कुमार लल्लू ने इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर स्थानीय पुलिस की मिलीभगत की गोपनीय उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है.