लखनऊ: उत्तर भारत में अब आंधी तूफान का खतरा तो फिलहाल टल गया है लेकिन इस आसमानी आफत ने पिछले 24 घंटे में यूपी में 13 लोगों की जान ले ली है. आंधी-तूफान से मथुरा जिले में 3, इटावा में 4, आगरा में 2, अलीगढ़, एटा, फिरोजाबाद और हाथरस में 1-1 व्यक्तियों की मौत हुई है.


आंधी ने सबसे ज्यादा कहर यूपी के इटावा में बरपाया जहां 4 लोगों की मौत हुई. सबसे ज्यादा तबाही इटावा जिले के जसवंतनगर में हुई जहां एक शख्स की पेड़ गिरने से, एक महिला की बिजली का खंभा गिरने, एक शख्स के ऊपर टीन शेड गिरने और एक युवक की मौत मस्जिद का हिस्सा टूटकर गिरने से हुई.


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फ़िरोज़ाबाद में आंधी के कारण रमेश जोशी नाम के फल विक्रेता की जान चली गई. मृतक फलों का ठेला लगाता था. आंधी के बाद वो खंभे से ऐसा टकराया कि फिर संभल नहीं सका. मृतक के घर विधायक और अधिकारी सांत्वना देने पहुंचे.


आंधी तूफान से यूपी के हाथरस जिले में भी भारी नुकसान हुआ है. हाथरस के कमला बाजार इलाके में आंधी तूफान और बारिश से एक जर्जर मकान गिर गया जिसके बाद घर में चीख पुकार मच गया. मलबे में दबने से 5 लोग घायल हुए हैं. यहां एक लड़के की मौत भी हुई है.


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सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रभावित इलाक़ों में राहत और बचाव का काम शुरू करने का आदेश दिया है.


9 मई की शाम को यूपी के कई इलाक़ों में आंधी तूफ़ान से जन जीवन ठप्प हो गया. धूल भरी तेज़ हवा चलने से मथुरा, आगरा, इटावा जैसे जिलों में बिजली सप्लाई ठप्प हो गई.


पिछले हफ़्ते आंधी तूफ़ान ने यूपी के पश्चिमी इलाक़े में भारी तबाही मचाई थी. 75 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. अकेले आगरा में ही 43 लोगों की मौत हुई थी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कर्नाटक का चुनाव प्रचार छोड़ कर लौटना पड़ा था.