लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन की कार्यवाही पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई. सदन की बैठक सुबह 11 बजे शुरू होते ही अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, नेता प्रतिपक्ष राम गोविन्द चौधरी, बीएसपी नेता लालजी वर्मा, कांग्रेस नेता अजय कुमार लल्लू और अन्य नेताओं ने वाजपेयी के बारे में अपनी बात रखी.
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर शोक जताते हुए सीएम योगी ने कहा, ''अटल बिहारी वाजपेयी ने देश हित में कड़े निर्णय लिए. उन्होंने कई पत्र और पत्रिकाओं का संपादन किया. अटल बिहारी वाजपेयी सदन में जब भी बोलते थे तो उनकी बातों को पार्टी के साथ-साथ विपक्ष भी ध्यान से सुन सकता है. अटल बिहारी वाजपेयी जी ने मातृभाषा हिंदी को भी एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाने का काम किया था.
बाद में सदन ने दो मिनट का मौन रखा और अध्यक्ष ने कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी.इससे पहले सदन की बैठक शुरू होने से पहले विधान भवन परिसर में हाथ में पोस्टर लिए हुए एसपी सदस्यों ने कानून व्यवस्था को लेकर धरना दिया और नारेबाजी की.
एसपी के एक विधायक ने कहा कि महिलाओं और बालिकाओं का उत्पीड़न बढ़ा है, राज्य में कोई कानून व्यवस्था नहीं है और अपराधियों का बोलबाला है. हमारी पार्टी बीजेपी की जन विरोधी नीतियों का विरोध करेगी.
बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने उनकी अस्थियों को हर जिले की प्रमुख नदियों में प्रवाहित करने की घोषणा की है.