इलाहाबाद: यूपी के कौशाम्बी ज़िले में भी तीन तलाक का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. आरोप है कि पीड़ित महिला को उसके पति ने लगातार तीन बेटियां पैदा करने से नाराज़ होकर तीन बार तलाक कहकर घर से बाहर निकाल दिया. तलाक के बाद बेटियों के साथ मायके में रहने को मजबूर पीड़ित महिला ने अब सीएम योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखकर इंसाफ की गुहार लगाई है.



हर महीने गुजारा भत्ता दिए जाने की भी मांग


पीड़ित महिला ने तीन तलाक की कुप्रथा को ख़त्म किये जाने के साथ ही सीएम से पति के घर में रहने देने की इजाजत दिए जाने और बेटियों के पालन पोषण के लिए हर महीने गुजारा भत्ता दिए जाने की भी मांग की है.


कौशाम्बी ज़िले की चायल तहसील के मनौरी इलाके में रहने वाली 28 साल की आसिया बेगम की शादी सात साल पहले इस्माइलपुर कोटवा गांव के रहने वाले मोहम्मद हाशिम के साथ हुई थी. पति और ससुराल वालों की चाहत घर में बेटा पैदा होने की थी, लेकिन तकदीर की मर्जी के चलते आसिया ने एक-एक कर तीन बेटियों को जन्म दिया.


बेटियों समेत धक्के मारकर निकाल दिया घर से बाहर


आसिया के मुताबिक़ तीसरी बेटी होने के बाद पति और ससुराल के लोग उसे हर वक्त ताना देते थे और उस पर जुल्म करते थे. आरोप है कि तीन महीने पहले छोटी बेटी के बीमार होकर रोने पर पति हाशिम ने उसे फिर से बेटियां पैदा करने का ताना मारा और तीन बार तलाक बोलकर बेटियों समेत उसे धक्के मारकर घर से बाहर निकाल दिया.


आशिया शुरू में इसे अपनी तकदीर का हिस्सा मानकर मायके में चुपचाप गुजर बसर करती रही, लेकिन सीएम योगी द्वारा तमाम तलाक पीड़ितों से मिलने के बाद अब उसमे भी हिम्मत आ गई है.


सीएम योगी को चिट्ठी लिखकर लगाई इंसाफ की गुहार


आसिया ने तीन महीने बाद अब सीएम योगी को चिट्ठी लिखकर न सिर्फ इंसाफ की गुहार लगाई है, बल्कि तीन तलाक की व्यवस्था को ख़त्म किये जाने के साथ ही खुद को पति से गुजारा भत्ता दिलाए जाने और ससुराल में रहने देने की इजाजत भी मांगी है. इतना ही नहीं आसिया ने तलाक देने वाले पति के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई किये जाने की भी मांग की है.