नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में पिता मुलायम और बेटे अखिलेश के बीच छिड़ी जंग में चुनाव आयोग ने विराम लगा दिया है क्योंकि साइकिल अखिलेश के हिस्से आ गई है. अखिलेश अपनी पत्नी डिंपल के साथ अपने घर में हैं और मुलायम सिंह अपनी दूसरी पत्नी साधना बेटे प्रतीक और छोटी बहू अपर्णा के साथ दूसरे घर में हैं.


इन सबके बीच एक नीले रंग की कार चर्चा में है जो विवाद के चरम पर अखिलेश के घर के बाहर देखी गई. ये नीली कार किसकी है? ये विवाद के वक्त अखिलेश के घर के बाहर क्यों दिखी? क्या इस कार का विवाद या समाधान से कोई लेना देना है? या फिर कुछ भी नहीं. एबीपी न्यूज़ इस नीले रहस्य पर पड़ताल की और इसका सच सामने लाया है.


इस नीले रंग की कार पर हैरानी इसलिए है क्योंकि सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि 5 करोड़ की लैंबोर्गिनी में कोई और नहीं बल्कि मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी के बेटे सवार थे. दावे के मुताबिक इस 5 करोड़ वाली नीली कार प्रतीक यादव गुजरे थे. प्रतीक यादव मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना के बेटे हैं


वीडियो भी वायरल हो रहा है
साधना अखिलेश यादव की सौतेली मां हैं. खबर ये आई थी कि साधना अपने बेटे प्रतीक को मुलायम की राजनीतिक विरासत में देखना चाहती हैं कुछ लोगों का ये भी दावा है कि विवाद के केन्द्र में रहे गायत्री प्रजापति के सिर पर साधना गुप्ता का हाथ है. इन सारी बातों के बीच अखिलेश के घर के बाहर ये नीली कार दिखी तो बातें शुरू हो गईं. इस कार का सोशल मीडिया पर डेढ़ मिनट का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है.


क्या खास है इस पांच करोड़ की कार में
लैम्बोर्गिनी स्पोर्ट्स सुपरकार है. इस गाड़ी का नाम फाइटिंग बुल के ऊपर रखा गया है.करीब 5 करोड़ की कीमत वाली ये कार आम सड़क पर एक लीटर पेट्रोल में 3 किमी और हाइवे पर पांच किलोमीटर का माइलेज देती है. इसमें 6498 सीसी का इंजन लगा हुआ है, जो सिर्फ 3 सेकेंड में कार को 100 किमी की रफ्तार देता है. लैंबोर्गिनी में सिर्फ दो लोग बैठ सकते हैं. इटली की लैंबोर्गिनी 350 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकती है.


लाइमलाइट में रहने का शौक है
अब आपको बतातें कि इस लैंबोर्गिनी को मुलायम के छोटे बेटे प्रतीक यादव ही चला रहे थे. प्रतीक ने अपने इंस्टाग्राम में कार के साथ तस्वीर भी पोस्ट की थी. प्रतीक यादव राजनीति से भले ही दूर रहते हों लेकिन उन्हें लाइमलाइट में रहने का बहुत शौक है. प्रतीक अपनी बॉडी बिल्डिंग के लिए जाने जाते हैं ये शौक इस कदर है कि प्रतीक ने अपना जिम खोल रखा है जिसका लखनऊ में उद्घाटन भी पिता मुलायम सिंह यादव ने किया था.


फोटो लेने वाले ने क्या कहा
प्रतीक यादव अपनी लैंबोर्गिनी के साथ की तस्वीर 21-22 दिसंबर को ही इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर चुके थे. लेकिन ये नीली कार खबर बनी जब 13 जनवरी को वो अखिलेश के घर के बाहर से गुजरी. इस फोटो खींचने वाले फोटोग्राफर ने बताया, "ये घटना 13 जनवरी की है पहले ये यहां खड़े थे. बहुत महंगी गाड़ी आई. इधर साइकिल की लड़ाई छिड़ी है और दूसरा बेटा महंगी गाड़ी से घूम रहा है, इसलिए फोटो खींच लिया.''


प्रतीक यादव सिर्फ अखिलेश के घर के सामने से गुजरे थे. अपनी लैंबोर्गिनी लेकर उनके घर नहीं गए थे. हमारी पड़ताल में मुलायम के बेटे की लैंबोर्गिनी कार वाला दावा सच साबित हुआ है.