टूंडला: श्रमिक स्पेशल ट्रेन में मजदूरों को फेंक कर खाना दिए जाने का मामला, रेलवे के 8 कर्मचारी सस्पेंड
उत्तर प्रदेश के टूंडला रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों को फेंक कर खाना-पानी दिए जाने के मामले में रेलवे प्रशासन ने सख्त रुख अख्तियार किया है. मामले में टूंडला स्टेशन के सीटीआई समेत 8 कर्मचारियों को निलंबित किया जा चुका है.
प्रयागराज: यूपी के फिरोजाबाद जिले के टूंडला रेलवे स्टेशन पर रेल कर्मचारियों द्वारा श्रमिक स्पेशल ट्रेन में सवार मुसाफिरों को फेंक कर खाना व पानी की बोतलें दिए जाने के मामले में रेल विभाग लगातार एक्शन में हैं. रेलवे ने इस मामले में सीआईटी देवेंद्र दीक्षित के बाद अब 7 अन्य कर्मचारियों को भी सस्पेंड कर दिया है.
इस मामले में अब तक 8 कर्मचारी सस्पेंड किये जा चुके हैं, जबकि जांच पूरी होने के बाद 21 लोगों को चार्जशीट दी गई है. रेलवे का कहना है कि जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करते हुए इसे बेहद गंभीर मामला माना गया है और आरोपी कर्मचारियों के जवाब व अन्य औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी. रेलवे की इस कार्रवाई से महकमे में हड़कंप मचा हुआ है.
गौरतलब है कि, 25 मई को अहमदाबाद से चली श्रमिक स्पेशल ट्रेन टूंडला रेलवे स्टेशन पर पहुंची थी. यहां रेलवे के कर्मचारियों ने ट्रेन में सवार मजदूरों को फेंककर खाने के पैकेट व पानी की बोतले दी थीं. एक मुसाफिर ने इस पर एतराज जताया था तो उसे गालियां दी गई थीं. कुछ लोगों ने इसका वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया वायरल कर दिया था.
वायरल वीडियो के आधार पर रेलवे ने पहले तो चीफ इंस्पेक्टर ऑफ टिकट देवेंद्र दीक्षित को सस्पेंड कर पूरे मामले में जांच बिठा दी. उसके बाद जांच पूरी होने के बाद 7 अन्य कर्मचारियों को भी सस्पेंड कर दिया गया है. जिन 7 नये कर्मचारियों को सस्पेंड किया गया है, उनमें राकेश कुमार, अमरदीप पटेल, लक्ष्मी नारायण, मीना, शमशेर यादव, डीके दीक्षित और नरविका शामिल हैं. प्रयागराज स्थित नॉर्थ सेन्ट्रल रेलवे जोन के सीपीआरओ अजीत कुमार सिंह ने इस कार्रवाई की पुष्टि की है.