पटना: बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में इन दिनों कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है. अब केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) ने बीजेपी को चेताते हुए कहा है कि वह एनडीए में जल्द से जल्द सीटें तय करे. एलजेपी के बयान पर हाल ही में एनडीए से अलग हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि एलजेपी को गठबंधन से बाहर आ जाना चाहिए. पासवान के साथ भी वही होगा जो मेरे साथ हुआ.


उन्होंने कहा, ''एनडीए छोड़ने का एकमात्र कारण है बीजेपी और नीतीश कुमार का अहंकार. लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) को जल्द से जल्द एनडीए छोड़ देना चाहिए. अन्यथा बीजेपी छोटी पार्टियों को खत्म कर देगी.''


दरअसल, आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बिहार एनडीए में सीटों को लेकर घमासान तब शुरू हुआ जब नीतीश कुमार ने महागठबंधन (कांग्रेस, आरजेडी) का साथ छोड़ दिया और एनडीए में शामिल हो गए. इससे पहले बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए में जीतन राम मांझी की पार्टी हम, उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएसपी और एलजेपी जैसी पार्टियां शामिल थी.


नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू जब एनडीए में आई तो उसका दबदबा बढ़ा और यहीं से कलह शुरू हुई. पहले हम ने साथ छोड़ा, फिर आरएलएसपी ने और अब एलजेपी ने आइना दिखाना शुरू कर दिया है. एलजेपी को अंदेशा है कि पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले इस चुनाव में उसे कम सीटें मिलेगी.


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एलजेपी के वरिष्ठ नेता और रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने कल ट्वीट कर कहा था, ''टीडीपी और आरएलएसपी के एनडीए गठबंधन से जाने के बाद एनडीए गठबंधन नाज़ुक मोड़ से गुज़र रहा है. ऐसे समय में भारतीय जनता पार्टी गठबंधन में फ़िलहाल बचे हुए साथियों की चिंताओं को समय रहते सम्मान पूर्वक तरीक़े से दूर करें.'' उन्होंने कहा, ''गठबंधन की सीटों को लेकर कई बार भारतीय जनता पार्टी के नेताओ से मुलाक़ात हुई परंतु अभी तक कुछ ठोस बात आगे नहीं बढ़ पायी है.इस विषय पर समय रहते बात नहीं बनी तो इससे नुक़सान भी हो सकता है.''


आज एलजेपी के प्रवक्ता अरविंद वाजपेयी ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा, ''70 दिन बचे हैं चुनावी नोटिफिकेशन में. ये बड़े दल की जिम्मेदारी है कि छोटे दलों का ध्यान रखे. हम एनडीए से कहीं नहीं जा रहे है, हमारा प्री पोल अलायन्स है. बिहार में 7 सीट तो हमारा अधिकार है. इसके अलावा हमें बंगाल, यूपी और मणिपुर में भी सीट मिलनी चाहिए.''


एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर जारी विवाद के बीच आरजेडी ने एलजेपी को महागठबंधन में शामिल होने का न्योता दिया है. आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि तीन राज्यों के चुनावी परिणाम के बाद एनडीए के सहयोगी दलों को समझ आ गया है कि राम का नाम बेचकर इनको वोट नहीं मिलने वाला. हमने पहले ही भविष्यवाणी की थी कि उपेंद्र कुशवाहा एनडीए से अलग होंगे, उन्होंने हमारी भविष्यवाणी सही साबित की. आरजेडी प्रवक्ता ने दावा कि राम विलास पासवान और चिराग पासवान भी अब एनडीए छोड़कर महागठबंधन में आएंगे, एलजेपी का एनडीए में ज्यादा दिनों तक रहना सही नहीं है.


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