भोपाल: केन्द्रीय मंत्री और मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) ने पत्नी से हुए विवाद के बाद कथित तौर पर पुलिस वाहन में अपनी सर्विस पिस्तौल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली. वह मध्यप्रदेश विशेष सशस्त्र बल (एसएएफ) में कंपनी कमांडर रैंक के अधिकारी थे.
कमला नगर पुलिस थाना प्रभारी मदन मोहन मालवीय ने बताया, अपनी पत्नी से हुए विवाद के बाद राम मोहन दौनेरिया (32) ने कल मध्यरात्रि के आसपास अपनी सर्विस पिस्तौल से सिर में गोली मार ली जिससे उनकी मौत हो गई. उन्होंने बताया कि वह उमा भारती के पीएसओ थे और अपने परिवार के साथ शहर के नेहरू नगर में रहते थे.
मालवीय ने बताया कि दौनेरिया की पत्नी का कल रात 11 बजे के आसपास पुलिस की फर्स्ट रिस्पांस वाहन सेवा के डायल 100 पर फोन आया था कि उसके पति नशे की हालत में उसे गाली-गलौज दे रहे हैं और उसके साथ मारपीट कर रहे हैं.
मालवीय ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद डायल 100 उनके घर पहुंची और इस दंपति से बात कर दोनों को समझाया कि विवाद न करें. हालांकि, डायल 100 के कर्मियों के समझाने का उन पर कोई असर नहीं हुआ. इसके बाद उसकी पत्नी ने कहा कि वह पुलिस थाने में अपने पति के खिलाफ शिकायत दर्ज करेंगी.
मालवीय ने बताया कि बाद में इस दंपति को कमला नगर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने के लिए डायल 100 वाहन में लाया जा रहा था, तभी आधे रास्ते में दौनेरिया ने अपनी सर्विस पिस्तौल से अपने सिर में गोली मार ली. उन्होंने कहा कि उन्हें तुरंत पास के ही एक अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
इसी बीच, जब पुलिस अधीक्षक (पुलिस मुख्यालय) धर्मवीर सिंह यादव से पूछा गया कि क्या राम मोहन दौनेरिया उमा भारती के पीएसओ थे, तो उन्होंने कहा, ‘‘हां, वह उनकी सुरक्षा में तैनात थे.’’ वहीं, भोपाल दक्षिण के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दौनेरिया मध्यप्रदेश पुलिस की एसएएफ में कंपनी कमांडर रैंक के अधिकारी थे.