लखनऊ/वाराणसी: वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन के पास एक निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा ढह जाने से मलबे में दबकर अभी तक 18 लोगों की मौत हो गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे की जांच के लिए तीन सदस्यीय एक समिति के गठन का आदेश दिया है.
यह दुर्घटना वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन के पास जीटी रोड पर कमलापति त्रिपाठी इंटर कॉलेज के सामने घटित हुई है. घटनास्थल का नजारा बड़ा ही वीभत्स है. निर्माणाधीन पिलर के नीचे चार कारें, पांच ऑटो, एक सिटी बस और कई मोटरसाइकिल दब गई हैं.
वाराणसी पुल हादसा: लगा जैसे आसमान ही फट गया, सामने आईं दर्दनाक तस्वीरें
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राहत एवं बचाव कार्य जारी है. वरिष्ठ अधिकारी मौके पर हैं. एक अधिकारी ने बताया कि अभी तक 16 लोगों की मौत की खबर है और मलबे में अनेक लोगों के दबे होने की आशंका है. मलबे में कई वाहन भी दबकर बुरी तरह पिचक गये हैं.
योगी ने लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियों और जिला प्रशासन को राहत और बचाव के लिए हर सम्भव कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. योगी ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि इस हादसे में घायल लोगों की समुचित चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.
पांच साल से बन रहा था पुल, अब हुआ भीषण हादसा
पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा राहत बल को मौके पर भेजा गया है और पुलिस तथा पीएसी बल भी पहुंच रहा है. स्थानीय प्रशासन ने मौके पर चिकित्सा दल भी भेजे हैं.
रेलवे स्टेशन के पास कई महीनों से बन रहा ओवरब्रिज का बड़ा हिस्सा अचानक जमीन पर आ गिरा. ओवर ब्रिज का हिस्सा जमीन पर गिरते ही नीचे मौजूद कई गाडियां इसके मलबे में दब गईं. ओवरब्रिज का पिलर गिरने के बाद चीख पुकार मच गई और अफरातफरी की स्थिति मौके पर हो गई.
LIVE: वाराणसी में निर्माणाधीन पुल का हिस्सा गिरने से 12 की मौत
इस दौरान भागादौड़ी और जान बचाने की कोशिश में कई लोग गिरकर घायल भी हो गए. काफी भीड़ भरे क्षेत्र में अचानक हुए इस हादसे में भगदड़ मचने के बाद मौके पर पुलिसकर्मियों ने मोर्चा संभाला और लोगों को सुरक्षित करने के प्रयास में जुट गए. हादसे की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय नागरिक भी सहयोग में उतर गए.