एनआरसी पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, यह राष्ट्रहित का मुददा: राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने कहा कि असम के लोगों की यह एक लंबे समय से मांग थी और उनकी मांग पूरी हुई है. अनावश्यक कुछ लोगों के द्वारा भय पैदा करने की कोशिश की जा रही है. लेकिन मैं समझता हूं कि किसी को भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है.
लखनऊ: केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) पर कोई राजनीति नही होनी चाहिए क्योंकि यह एक राष्ट्रहित का मुददा है. सिंह आज आर्यावत बैंक द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए थे. उन्होंने कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि 'मैं समझता हूं कि एनआरसी के मुददे पर कोई सियासत नहीं होनी चाहिए. एनआरसी का जो मुददा है वह राष्ट्रहित का मुद्दा है.
असम के लोगों की यह एक लंबे समय से मांग थी और उनकी मांग पूरी हुई है. अनावश्यक कुछ लोगों के द्वारा भय पैदा करने की कोशिश की जा रही है. लेकिन मैं समझता हूं कि किसी को भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है.
दावे और आपत्तियां के लिए भी पूरा समय उन्हें मिलेगा और उससे भी संतुष्ट नहीं होते है तो वह विदेशी नागरिक अधिकरण जा सकते है.' इससे पहले गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ग्रामीण बैंक देश की बैंकिंग व्यवस्था की रीढ़ हैं. इससे गांव और गरीब के बीच विश्वास का भाव बढ़ता है.
हाल ही में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत अब कमजोर राष्ट्र नहीं रहा है, बल्कि उसकी गिनती अब ताकतवर देशों में होती है. अब दुनिया में भारत को सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है. राजनाथ सिंह ने उम्मीद जताई कि विकास की गति 2030 तक ऐसे ही बनी रही तो भारत विश्व के शीर्ष तीन देशों में गिना जाएगा. अगर भारत को दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना है तो इसमें अंतिम पायदान पर बैठे लोगों तक सबका योगदान लेना होगा.