पॉलिटिकल असहिष्णुता के सबसे बड़े शिकार हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: नकवी
नकवी ने कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जनता का जनादेश मिला और वह सत्ता में आए और उन्हें एक महीने भी नहीं हुए थे तब आप ने दिल्ली में सुना होगा की असहिष्णुता बहुत बढ़ गई है, इंटोलरेन्स बढ़ गया है. कुछ लोग अवार्ड वापस करने लगे. अगर पॉलिटिकल इंटोलरेन्स का सबसे बड़ा शिकार कोई है तो वो खुद प्रधानमंत्री हैं.
कानपुर: अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख़्तार अब्बास नकवी ने कहा कि अगर पॉलिटिकल असहीष्णुता है तो उसके सबसे बड़े शिकार है तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं. इसके साथ कांग्रेस पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि "उस दौरे तरक्की के अंदाज निराले थे ,चौतरफा करप्शन था रोज घोटाले थे " उन्होंने बड़े ही मजाकिया अंदाज में कांग्रेस की टांग खीची. उन्होंने कहा कि धारा 370 पर पर बीजेपी की नीति पर कोई बदलाव नहीं हुआ और आगे भविष्य में भी नहीं होगा.
केंद्र की बीजेपी सरकार के चार साल के कार्यकाल का लेखाजोखा लेकर कानपुर पहुंचे केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास मंत्री ने मर्चेंट्स चैंबर हाल में मिशन 2019 का आगाज किया. मिशन 2019 के लिए बीजेपी ने "साफ़ नियत सही विकास" टाइटल के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की. नक़वी ने हॉल में मौजूद लोगो को बीजेपी सरकार के 4 सालो की उपलब्धियां गिनाई और 2019 के आगामी लोकसभा चुनाव में एक बार फिर बीजेपी की सरकार बनाने का वादा लिया.
केंद्रीय मंत्री ने देश के जिन 8 राज्यों में हिन्दू अल्पसंख्यक हैं क्या उन राज्यों में हिन्दुओं को अल्पसंख्यक का दर्जा दिया जाएगा के सवाल पर कहा कि हिन्दुओं के अल्पसंख्यक होने के लिए दो पीआईएल सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हुई थी एक जम्मू कश्मीर में और दूसरी जहां पर हिन्दू अल्पसंख्यक हैं. जम्मू कश्मीर वाली पीआईएल सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी थी और दूसरी पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि राज्यों में हिन्दुओं को अल्पसंख्यक का दर्जा देने का काम अल्पसंख्यक आयोग और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय करेगा इसमें सुप्रीम कोर्ट निर्णय नहीं देगा. राष्ट्रीय स्तर पर अभी तक मुस्लिम, पारसी , बौद्ध , क्रिश्चियन्स और जैन को ये दर्जा प्राप्त है अब हमने नेशनल माइनोरिटी कमीशन की एक कमेटी बनाई है जो स्टेट लेवल पर बात कर रही है. कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचा जाएगा.
नकवी ने कहा- राष्ट्रीय सुरक्षा पर न हमने कभी समझौता किया है न करेंगे कानपुर पहुंचे अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख़्तार अब्बास नकवी ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा पर न हमने कभी समझौता किया है न हम करेंगे. जहां तक सवाल है आतंकवाद का अलगाववाद का इस पर न नरमी की गई थी और न की जाएगी. जो इस तरह की ताकते हैं आज पाकिस्तान पर बहुत बड़ी कूटनीति है. पहले पाकिस्तान को छीक भी आती थी तो पूरी दुनिया अरब कंट्री से लेकर अमेरिका ,अफ्रीका से लेकर ऑस्ट्रेलिया तक खड़े होकर कहता था छींक आई है पाकिस्तान को हिंदुस्तान ने कोई कीटाणु भेज दिया है.
सर्जिकल स्ट्राइक और धारा 370 पर भी बोले नकवी सर्जिकल स्ट्राइक में पाकिस्तान की धरती में घुसकर अतंकवादियो को मारा गया. दुनिया के किसी भी देश ने यह नहीं कहा यह गलत हुआ सब ने कहा यह भारत का अधिकार था. हमने पाकिस्तान को एक्सपोस किया है पाकिस्तान को अलग थलग भी किया है. धारा 370 पर बोलते हुए कहा कि 370 पर जो बीजेपी की नीति थी उस नीति में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं है. केवल 370 को ख़त्म करना कोई मुद्दा नही है. 370 के क्या नुकसान है यह जम्मू कश्मीर और लद्दाख के लोगों को भी समझने की जरूरत है. हम लोग यह समझाने की कोशिश कर रहे हैं 370 की वजह से जम्मू कश्मीर प्रगति और विकास की मुख्य धारा से नही जुड़ पा रहा है. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में जो हमारा गठबंधन हुआ है वह कामन मिनिमम प्रोग्राम के तहत हुआ है. उसमें कोई समझौता अलगाववादियों से नहीं है, कोई समझौता अतंकवादियों से नही है आगे भविष्य में भी नही होगा.
बिना रुके, बिना थके देश के स्वाभिमान के लिए काम करते रहे पीएम
केंद्रीय मंत्री बोले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गुजरात से दिल्ली तक के सफ़र में विपक्षी दलों के लोग रोड़ा अटकाने का काम करते रहे. जब देश विकास के पथ पर दौड़ रहा है तो उसे पटरी से उतारने का काम किया जा रहा है. ॉनकवी ने कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जनता का जनादेश मिला और वह सत्ता में आए और उन्हें एक महीने भी नहीं हुए थे तब आप ने दिल्ली में सुना होगा की असहिष्णुता बहुत बढ़ गई है, इंटोलरेन्स बढ़ गया है. कुछ लोग अवार्ड वापस करने लगे. अगर पॉलिटिकल इंटोलरेन्स का सबसे बड़ा शिकार कोई है तो वो खुद प्रधानमंत्री हैं. इसके बाद भी वह बिना रुके, बिना थके हुए देश के सम्मान,देश के स्वाभिमान के लिए पूरी ताकत से काम करते रहे.
कांग्रेस पर किया हमला
केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नकवी ने कांग्रेस पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि जब हमें विरासत मिली तो वह पूरी तरह से नाकामियों से भरी हुई मिली थी. भ्रष्टाचार ,घोटालों से भरी विरासत मिली थी. उन्होंने कहा कि अगर रसिया के राष्ट्राध्यक्ष प्रोटोकाल तोड़कर एयर पोर्ट पर रिसीव करने पहुंचते है तो यह नरेन्द्र मोदी का सम्मान नहीं है बल्कि इस देश के सवा करोड़ लोगो का सम्मान है. यदि अरब के किंग प्रोटोकाल तोड़ कर स्वागत करते हैं यह सम्मान देश के हर व्यक्ति का सम्मान है. यह बहुत बड़ा परिवर्तन आया है. भारत विश्व गुरु के रास्ते पर चल पड़ा है.