इलाहाबाद: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ समाजवादी पार्टी पर परोक्ष रूप से हमला बोला और दावा किया कि ‘‘राज्य की स्थिति ऐसी है जहां जाति सर्वोपरि है’’ और केंद्र की बीजेपी नीत एनडीए सरकार इसके विपरीत सबका विकास में भरोसा करती है.



गडकरी ने कहा कि जैसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है, हमारी सरकार ‘‘सबका साथ, सबका विकास’’ के लक्ष्य के साथ काम कर रही है. यह सरकार द्वारा विकास पर जोर दिए जाने तथा कोषों के अनुदानों में भेदभाव नहीं किए जाने से साफ होता है. उन्होंने कहा कि इसी वजह से मौजूदा शासनकाल में हर एक प्रदेश को उसका उचित हिस्सा मिला, भले ही वहां ‘‘हमारे राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी’’ की सरकार हो. वह यहां कई परियोजनाओं की शुरूआत कर रहे थे. इनमें राजमार्ग तथा गंगा नदी पर एक पुल शामिल है.


गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं


एसपी या उसके किसी शीर्ष नेता का नाम लिए बिना गडकरी ने कहा कि जो हम उत्तर प्रदेश में देखते हैं, हमारा रवैया ठीक उसका उलटा रहा है. यहां जाति सर्वोपरि है. यह अन्य मुद्दों पर भारी है. सडक परिवहन और राजमार्ग तथा पोत परिवहन मंत्रालयों का जिम्मा संभाल रहे गडकरी ने कहा कि कार्य अभूतपूर्व तेज गति से हो रहे हैं और चूंकि कोई भ्रष्टाचार नहीं है, इसलिए गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि हमें यह कहने में कोई हिचक नहीं है कि अभी जो सड़कें बन रही हैं, वह 200 सालों तक गड्डों से मुक्त रहेगी.


मंत्री ने अपनी संक्षिप्त यात्रा के दौरान दो राजमार्गों के चौड़ीकरण की परियोजनाओं का शिलान्यास किया. उन्होंने गंगा नदी पर छह लेन वाले एक पुल का भी शिलान्यास किया. पुल परियोजना पर 1800 करोड रूपए की लागत आएगी. गडकरी ने कहा कि ये सभी परियोजनाएं संगम में 2019 में होने वाले अर्धकुंभ के पहले पूरी कर ली जाएंगी.


गडकरी का दावा, 200 साल तक गड्ढों के बिना चलेंगी मोदी सरकार में बनी सड़कें


केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने विकास कार्यों के बहाने एक बार फिर से यूपी की अखिलेश यादव सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि यूपी सरकार विकास के बजाय जातीय राजनीति करती है, जबकि मोदी सरकार ऐसी सड़कें बनवा रही है, जिस पर दो सौ साल तक कभी गड्ढे नहीं हो सकते. उनके मुताबिक़ मोदी सरकार द्वारा बनवाई जा रही सड़कों पर कभी इसलिए गड्ढे नहीं होंगे, क्योंकि इसके निर्माण में रिश्वतखोरी व बंदरबांट नहीं होती.



इलाहाबाद में एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे नितिन गडकरी ने कहा कि मोदी सरकार यूपी को देश का नंबर वन राज्य बनाना चाहती है, इसलिए विकास कार्यों में इसे ज़्यादा प्राथमिकता दी जा रही है. उहोने कहा कि विकास के मायने में यूपी काफी पिछड़ा हुआ है, इसलिए इस राज्य पर ख़ास ध्यान दिया जा रहा है. मंत्री नितिन गडकरी ने इस मौके पर इलाहाबाद को कई सौगातें दीं.


इलाहाबाद को 3173.91 करोड़ की तीन बड़ी योजनाओं का तोहफा


नितिन गडकरी ने इलाहाबाद को 3173.91 करोड़ की तीन बड़ी योजनाओं का तोहफा दिया. उन्होंने वाराणसी से हल्दिया तक चार हजार करोड़ की लागत से बनने वाले जल मार्ग का इलाहाबाद तक विस्तार करने का भी बड़ा ऐलान किया. गड़करी ने कहा है कि केन्द्र सरकार देश में सीमेन्ट और कंकरीट की नई तकनीक की ऐसी सड़के बना रही है जिसमें दो सौ साल तक गढ्ढे नहीं होंगे. उन्होंने इस मौके पर 599.34 करोड़ की लागत से 34.7 किमी बनने वाली इलाहाबाद प्रतापगढ़ एनएच 96 के फोरलेन और साथ ही इलाहाबाद से मध्य प्रदेश की सीमा तक एनएच 27 के चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण का शिलान्यास भी किया. ये 41.719 किमी लम्बा हाईवे 774.57 करोड़ की लागत से बनकर तैयार होगा.


इसके साथ ही फाफामऊ में गंगा नदी पर 1800 करोड़ की लागत से बनने वाले छह लेन के पुल का भी शिलान्यास किया. नितिन गडकरी ने इलाहाबाद से जौनपुर होते हुए गोरखपुर मार्ग को नेशनल हाईवे का दर्जा देते हुए इसके विकास के लिए 170 करोड़ की स्वीकृति प्रदान की है. झूंसी की ओर गंगा नदी पर आठ लेन का पुल बनाये जाने को भी केन्द्रीय मंत्री मंजूरी प्रदान की है. केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने साल 2019 में इलाहाबाद में होने वाले कुम्भ से पहले सभी कार्य पूरे करने की भी घोषणा की.