झांसी: झांसी में स्लाटर हाउस की वातावरण में फैलती दुर्गंध का मामला अब सड़कों पर आ गया है. इसके पास रहने वाले लोगों का जीना दुश्वार हो गया है. कूलर आदि से आने वाले हवा के झोकों से घरों में बदबू प्रवेश कर रही है. नगर विकास विभाग की सद्बुद्धि के लिए हनुमान चालीसा का पाठ किया जा रहा है.




500 पशुओं की परमीशन है मगर 1800 पशुओं को रोज काटा जा रहा है

भगवंतपुरा इलाके के पार्षद राकेश यादव का कहना है कि पशुवधशाला 1994 से चालू थी. बाद में इसे कोर्ट के आदेश पर बंद कर दिया गया था. चालू होने के बाद इसकी वजह से पूरे इलाके में दुर्गंध फैली हुई है. 500 पशुओं की परमीशन है मगर 1800 पशुओं को रोज काटा जा रहा है. इसकी निगरानी नहीं की जा रही है. उनकी मांग है कि इसे हटा दिया जाए नगर निगम इलाके से कहीं सुदूर क्षेत्र में कत्लखाने को स्थापित किया जाए.

पंकज रावत बताते हैं कि उमा भारती बुंदेलखंड की बेटी कहतीं हैं, लेकिन उन्होंने पशुवधशाला खुलवाकर पूरे इलाके को कलंकित किया है. कई बार उन्हें इसे बंद करके कहीं अन्यत्र भेजने की गुहार की गई, पर वह अनदेखा कर रहीं हैं. इसीलिए हनुमान चालीसा पढ़कर इसे बंद कराने का आह्वान किया है. केंद्रीय मंत्री और क्षेत्रीय सांसद अपने वातानुकूल घर को त्यागकर एक रात तो यहां बिताएं तो उन्हें पता चल जाएगा कि समस्या कितनी गंभीर है.



नगर आयुक्त प्रताप सिंह भदौरिया ने बताया कि हाइपावर कमेटी ने स्लाटर हाउस को इजाजत दी हुई है. इसे नगर विकास विभाग की तरफ से भी हरी झंडी मिली हुई है.


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