लखनऊ: उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के दुर्घटना मामले में सीबीआई ने आधा दर्जन से अधिक जगहों पर छापेमारी की. सीबीआई की छापेमारी उन्नाव और आसपास के इलाकों में चल रही है. 12 सदस्यों की सीबीआई टीम विधायक कुलदीप सेंगर के माखीर उन्नाव स्थित आवास पर छापेमारी कर रही है. इसके अलावा सेंगर के कई अन्य ठिकानों पर भी सीबीआई का तलाशी अभियान चल रहा है. विधायक के आवास पर लगे सीसीटीवी कैमरों की भी जांच की जा रही है, टीम ने सीसीटीवी की कुछ रिकॉर्डिंग्स भी कब्जे में ली है.


अधिकारियों ने रविवार को बताया कि उत्तर प्रदेश के चार जिलों लखनऊ, बांदा, उन्नाव, फतेहपुर में करीब 17 स्थानों पर छापे मारे गए. इन जिलों में अन्य आरोपियों के परिसरों में छापेमारी जारी है. उन्नाव बलात्कार पीड़िता दुर्घटना मामले में सीबीआई ने सेंगर, नौ अन्य और 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है.


इससे पहले सीबीआई ने कुलदीप सिंह सेंगर से शनिवार को पूछताछ की थी. ज़रूरत पड़ी तो सीबीआई दोबारा जेल जाकर पूछताछ करेगी. टीम ने जेल में सेंगर से पूछताछ के अलावा जेल अधिकारियों के भी बयान लिए और विजिटर लॉग बुक की भी जांच की.पीड़िता की सुरक्षा में तैनात पीएसओ को भी सीबीआई ने समन दिया है.


सीबीआई ने पीड़िता के चाचा के भी ब्यान दर्ज किए है जिनको दिल्ली के तिहाड़ जेल में शिफ्ट किया गया है. टीम ने ट्रक के मालिक को भी लखनऊ के ऑफिस समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया था.

बता दें कि सेंगर, उन्नाव की एक लड़की से बलात्कार के आरोप में इस समय सीतापुर जेल में बंद है. सीबीआई का तीन सदस्यीय दल सीतापुर जिला जेल गया और कई घंटे तक सेंगर से पूछताछ की.


 सीबीआई ने शुक्रवार को पीड़िता के चाचा से रायबरेली जेल में पूछताछ की थी. रात में रायबरेली जिला प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार चाचा को दिल्ली की तिहाड़ जेल भेज दिया. रायबरेली में सीबीआई टीम गुरबख्शगंज इलाके में दुर्घटनास्थल पर पहुंची. टीम ने मौका-ए-वारदात और मारूति स्विफ्ट कार को टक्कर मारने वाले ट्रक का निरीक्षण किया. दुर्घटना के बाद घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचे पुलिस अधिकारियों से भी सीबीआई की टीम ने बातचीत की.


इस बीच विधायक के तीन शस्त्रों के लाइसेंस शुक्रवार को निरस्त कर दिये गये. पिछले रविवार को पीड़िता और उसके परिवार को लेकर जा रही कार में तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी थी. दुर्घटना में पीड़िता की मौसी और चाची की मौत हो गयी जबकि पीड़िता और उनके वकील गंभीर रूप से जख्मी हो गये. केजीएमयू ट्रामा सेंटर में पीड़िता की देखरेख कर रहे डाक्टरों ने बताया कि पीड़िता को निमोनिया हो गया है और उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. वह अभी वेंटिलेटर पर है.


रायबरेली में हुआ था एक्सीडेंट


गौरतलब है कि भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली लड़की, उसकी चाची और मौसी अपने वकील के साथ रायबरेली जेल में बंद अपने रिश्तेदार से रविवार को मुलाकात करने जा रही थीं. रास्ते में रायबरेली के गुरबख्शगंज क्षेत्र में उनकी कार और एक ट्रक के बीच संदिग्ध परिस्थितियों में टक्कर हो गयी थी. इस हादसे में मौसी और चाची को लखनऊ स्थित ट्रामा सेंटर में चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया था जबकि पीड़िता और उसके वकील पिछले पांच दिन से किंग जार्ज मेडिकल यूनीवर्सिटी के ट्रामा सेंटर में भर्ती हैं.


सुप्रीम कोर्ट के निर्देश


बृहस्पतिवार को ही सुप्रीम कोर्ट ने उन्नाव बलात्कार प्रकरण से जुड़े सभी पांचों मामले उत्तर प्रदेश की अदालत से राष्ट्रीय राजधानी की अदालत में स्थानांतरित करने का निर्देश दिया. शीर्ष अदालत ने उत्तर प्रदेश सरकार को यह निर्देश भी दिया कि वह बलात्कार पीड़िता को अंतरिम मुआवजे के तौर पर 25 लाख रुपये दें. इस बीच, राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि सरकार की तरफ से उन्नाव पीड़िता के परिवारजनों को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता का चेक जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलनिधि नैथानी द्वारा प्रदान किया गया. उच्चतम न्यायालय ने यह निर्देश भी दिया कि पीड़िता के बलात्कार से जुड़े मुख्य मामले की सुनवायी शुरू होने के 45 दिन के भीतर पूरी की जाए.


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