उन्नाव गैंगरेप: बीजेपी ही नहीं, कई पार्टियों से रहा है कुलदीप सेंगर का नाता, राजा भैया के हैं करीबी
युवक कांग्रेस से होते हुए कुलदीप सेंगर बीएसपी, एसपी और बीजेपी के एमएलए रहे हैं. हाल में हुए राज्य सभा चुनाव में उन्होंने बीएसपी का विधायक तोड़ा था. कुलदीप सिंह सेंगर लगातार चौथी बार विधायक बने हैं.
लखनऊ: यूपी के जिस बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर पर रेप के आरोप लगे हैं, उनका हर पार्टी में जलवा रहा है. युवक कांग्रेस से होते हुए सेंगर बीएसपी, एसपी और बीजेपी के एमएलए रहे हैं. हाल में हुए राज्य सभा चुनाव में उन्होंने बीएसपी का विधायक तोड़ा था. कुलदीप सिंह सेंगर लगातार चौथी बार विधायक बने हैं.
सेंगर के साले शैलेन्द्र सिंह शैलू भी बीजेपी से एमएलए हैं. जबकि कुलदीप की पत्नी संगीता सिंह उन्नाव से ही जिला पंचायत की अध्यक्ष हैं. कहते हैं कि इलाके में उनकी इजाजत के बिना पत्ता तक नहीं हिलता है. अभी पिछले महीने हुए राज्य सभा चुनाव में कुलदीप बड़े ऐक्टिव थे.
उन्होंने बीएसपी के विधायक अनिल सिंह के वोट का जुगाड़ बीजेपी के लिए किया. तब उन्हें खूब वाहवाही मिली. कुलदीप ने राजनीति युवक कांग्रेस से शुरू की. फिर कल्याण सिंह के जमाने में वे लोकतांत्रिक कांग्रेस में चले गए. 2002 में वे बीएसपी की टिकट पर उन्नाव सदर से पहली बार एमएलए बने.
2007 में सेंगर बांगरमऊ से समाजवादी पार्टी के एमएलए बन गए. पांच साल बाद हुए चुनाव में वे फिर एसपी की टिकट पर जीते. पिछले साल विधान सभा चुनाव से पहले वे बीजेपी में शामिल हो गए. चुनाव जीत कर चौथी बार एमएलए बने. वे कभी चुनाव नहीं हारे.
निर्दलीय विधायक राजा भैया के वे करीबी माने जाते रहे हैं. एक जमाने में वे अमर सिंह के भी करीबी थे. अमर सिंह के कहने पर ही कुलदीप सेंगर ने बीएसपी छोड़ी थी. उनका लंबा चौड़ा कारोबार है. वे कई गाड़ियों के शोरूम के मालिक हैं. खनन से लेकर सड़क बनाने तक के ठेके का काम उनके लोग करते हैं.