उन्नाव गैंगरेप केस: बीजेपी MLA सेंगर के खिलाफ FIR, सड़क हादसे में साजिश की थ्योरी को DGP ने नकारा, कहा- यह सिर्फ एक्सीडेंट
Unnao rape case: उत्तर प्रदेश के चर्चित गैंगरेप केस की पीड़िता सड़क हादसे के बाद जख्मी है और उसे लखनऊ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पीड़िता के परिवार वालों का दावा है कि यह सिर्फ सड़क हादसा नहीं है, यह पीड़ित की हत्या की साजिश है.
लखनऊ: उन्नाव गैंगरेप की शिकार युवती सड़क हादसे में घायल होने के बाद से जिंदगी और मौत से जंग लड़ रही है. पीड़ित परिवार कार और ट्रक की हुई टक्कर को हत्या का प्रयास बता रहा है. वहीं पुलिस इन दावों को खारिज करते हुए इसे सिर्फ हादसा बता रही है. इस बीच रेप केस में जेल में बंद बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर के खिलाफ एक्सीडेंट के मामले में हत्या का केस दर्ज किया गया है. रायबरेली के गुरबक्शगंज थाने में सेंगर और करीब एक दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है. सभी के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास और अपराधिक साज़िश रचने का मामला दर्ज किया गया है.
डीजीपी ने क्या कुछ कहा? उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि प्राथमिक जांच में यह सिर्फ हादसा है. लेकिन पीड़ित परिवार को हत्या की आशंका है तो सरकार इसकी सीबीआई जांच के लिए भी तैयार है. उन्होंने कहा, ''हमलोगों ने ट्रक वालों को पकड़ लिया है. मालिक और ड्राइवर को गिरफ्तार किया गया है. प्रथम दृष्टया यह एक्सीडेंट का मामला है.''
डीजीपी ने सुरक्षा में चूक के दावों को भी खारिज किया. उन्होंने कहा, ''20 तारीख को पीड़िता ने सुरक्षा कर्मियों से कहा कि जरुरत होगी तो हम आपको बुला लेंगे और कल भी रायबरेली जा रही थी तो उन्होंने सुरक्षाकर्मियों से कहा कि हमारी गाड़ी में जगह नहीं है. रास्ते में एक और आदमी को लेना है. इसलिए सुरक्षाकर्मी साथ नहीं था. सुरक्षा में कोई चूक नहीं हुई है. जब अकेली गई तो वह दुर्घटना की शिकार हुई.'' ध्यान रहे कि पीड़िता और उसके परिवार को सुरक्षा मिली हुई है लेकिन हादसे के वक्त उनके साथ सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं थे.
ओपी सिंह ने कहा,''दो महिला की मौत हुई है. वकील की स्थिति गंभीर बनी हुई है. पीड़िता की स्थिति ठीक है. फिर भी अगर उनके परिवारवालों ने आशंका जताई है कि यह हत्या है. अगर पीड़िता की मां मांग करती है तो हम सीबीआई जांच के लिए तैयार हैं.''
क्या है पूरा मामला? गौरतलब है कि बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप का आरोप लगाने वाली लड़की, उसकी चाची और मौसी अपने वकील महेंद्र के साथ रायबरेली जेल में बंद अपने रिश्तेदार महेश सिंह से रविवार को मुलाकात करने जा रही थी. रास्ते में रायबरेली के गुरबख्श गंज क्षेत्र में उनकी कार और एक ट्रक के बीच संदिग्ध परिस्थितियों में टक्कर हो गयी थी.
इस हादसे में चाची और मौसी ने दम तोड़ दिया था. सूत्रों ने बताया कि इस घटना में घायल वकील महेंद्र सिंह की हालत बेहद नाजुक है और वह ट्रामा सेंटर में वेंटिलेटर पर हैं. वहीं, विधायक सेंगर पर आरोप लगाने वाली लड़की भी घायल हुई है लेकिन उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जाती है.
इस लड़की ने साल 2017 में उन्नाव से बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप आरोप लगाया था. इस मामले में सेंगर को गिरफ्तार किया गया था. मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की गई है और इस वक्त सेंगर जेल में हैं. इससे पहले लड़की की शिकायत के बावजूद पुलिस काफी दिनों तक एफआईआर दर्ज करने से कतराती रही.
लड़की ने लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्महत्या की कोशिश की. जिसके बाद पुलिस ने उसके पिता को हिरासत में लिया. पीड़ित का दावा है कि कुलदीप सेंगर के समर्थकों की पिटाई से पिता की मौत हो गई. बाद में एक मुख्य गवाह की भी संदिग्ध मौत हो गई.
भड़का विपक्ष पूरे प्रकरण पर विपक्ष ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. संसद में भी मामला गूंजा. समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि यह पीड़िता को मारने की साजिश हो सकती है, सीबीआई जांच की जाए. वहीं बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने भी षडयंत्र कि आशंका जताई है.
जानिए, उन्नाव गैंगरेप केस के आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की पूरी कहानी
उन्होंने कहा, ''उन्नाव रेप पीड़िता की कार की रायबरेली में कल ट्रक से टक्कर प्रथम दृष्टया उसे जान से मारने का षडयंत्र लगता है. सुप्रीम कोर्ट को इसका संज्ञान लेकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करनी चाहिए.''
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘ बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ. भारतीय महिलाओं के लिए एक नया विशेष शिक्षा बुलेटिन है. अगर बीजेपी विधायक आपसे बलात्कार का आरोपी हो तो सवाल मत पूछिए.’ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि दुर्घटना चौंकाने वाली है. उन्होंने सवाल किया कि आरोपी विधायक अभी भी भाजपा में क्यों हैं. पीडि़ता की सुरक्षा में ढिलाई क्यों बरती गई.
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि एनसीडब्ल्यू की एक टीम मंगलवार को उन्नाव में पीड़िता और उसके परिवार के सदस्यों से मिलने जाएगी. टीम जांच का ब्योरा जानने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ एक बैठक भी करेगी. एनसीडब्ल्यू ने पूरे मामले में डीजीपी से रिपोर्ट मांगी है.