उन्नाव: उत्तर प्रदेश के उन्नाव रेप मामले में प्रशासन ने थानेदार समेत 7 पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया है. सभी पर काम में लापरवाही बरतने और अपराध रोकने में नाकाम रहने का आरोप है. इससे पहले उन्नाव में आग के हवाले की गई बलात्कार पीड़िता के परिवार ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की ओर से आश्वासन मिलने के बाद पीड़िता का अंतिम संस्कार किया.
पीड़िता के परिजन ने कहा था कि वे पीड़िता का तब तक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे, जब तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनसे मिलने नहीं आते हैं. मृतका की बहन ने कहा था कि जब तक मुख्यमंत्री आदित्यनाथ मौके पर नहीं आते और कड़ी कार्रवाई का आश्वासन नहीं देते, तब तक अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा.
इन्हें किया गया है सस्पेंड
1. प्रभारी निरीक्षक बिहार अजय कुमार त्रिपाठी,
2. बीट/हल्का प्रभारी उ0नि0 श्री अरविन्द सिंह रघुवंशी,
3. उ0नि0 श्री श्रीराम तिवारी,
4. बीट आरक्षी अब्दुल वसीम,
5. आरक्षी पंकज यादव,
6. आरक्षी मनोज
7.आरक्षी संदीप कुमार.
उन्नाव जिले के बिहार थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली बलात्कार पीड़िता को गुरुवार तड़के रेलवे स्टेशन जाते वक्त रास्ते में पांच लोगों ने आग के हवाले कर दिया था. आरोपियों में से दो के खिलाफ पीड़िता ने बलात्कार का मामला दर्ज कराया था. करीब 90 प्रतिशत तक झुलस चुकी युवती को एअरलिफ्ट कराकर दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां शुक्रवार देर रात उसकी मौत हो गई थी. इस घटना को लेकर देशभर में रोष है. विपक्षी पार्टियां उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठा रही हैं.
उन्नाव केस: प्रशासन के मनाने के बाद किया गया पीड़िता का अंतिम संस्कार
महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध से आहत सोनिया गांधी इस बार नहीं मनाएंगी अपना जन्मदिन