उन्नाव: उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के परिवार ने पिछले एक साल में करीब 33 बार पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. इन शिकायतों में पीड़ित परिवार ने कहा था कि उन्हें विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से जान का खतरा है. इसके बाद भी पुलिस ने इन शिकायतों को हल्के में लिया. हालात यहां तक बने कि पीड़ितों को अपना घर तक छोड़ना पड़ा.


इन शिकायतों में कहा गया था कि उन्हें निशाना बनाया जा सकता है. पुलिस का कहना है कि इन शिकायतों में कोई दम नजर नहीं आने के कारण इन्हें खारिज कर दिया गया था. एक रिश्तेदार ने बताया कि जब से विधायक को गिरफ्तार किया गया था तभी से हमें जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं.

पीड़ित परिवार ने धमकाने वाले के वीडियो भी बनाए थे और 13 जुलाई को भी पुलिस में शिकायत की थी. उन्नाव के एसपी एमपी वर्मा भी स्वीकार करते हैं कि 33 शिकायतें पुलिस को मिली थीं. इस मामले में पुलिस की लापरवाही साफ तौर पर उजागर हो रही है और पुलिस की भूमिका पर सवालिया निशान लग रहे हैं.

हालांकि डीजीपी ओपी सिंह, एडीजीपी, आईजी रेंज एसके भगत रविवार से ही इस मामले को देख रहे हैं. एसआईटी भी मामले की जांच के लिए गठित कर दी गई है. एक साल पहले भी पुलिस के कुछ कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई थी जिन पर आरोपियों से मिलीभगत का आरोप था. इस बार भी देखना होगा कि जांच के बाद किन पुलिसकर्मियों पर गाज़ गिरेगी.

पीड़िता के चाचा को पेरोल


उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के चाचा को 18 घंटे की पेरोल मिली है. ये पेरोल उन्हें अपनी पत्नी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए मिली है. उन्नाव के गंगाघाट कोतवाली इलाके के बालूघाट में आज उन्नाव गैंगरेप पीड़िता की चाची का अंतिम संस्कार होगा. इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने परिजनों की याचिका पर पत्नी का अंतिम संस्कार करने के लिए पीड़िता के चाचा को 18 घंटे की पेरोल दी है. इससे पहले पीड़ित परिवार ने चाचा की रिहाई के लिए सरकार से गुहार लगाई थी और कुछ देर के लिए अस्पताल के बाहर ही धरना भी दिया था.


पीड़िता और वकील की स्थिति अभी भी बेहद गंभीर


रविवार को उन्नाव गैंगरेप पीड़िता अपनी मौसी और चाची के साथ अपने चाचा से मिलने जा रही थी तभी रायबरेली में हुई एक सड़क दुर्घटना में चाची और मौसी की मौत हो गई थी. हादसे के बाद से गैंगरेप पीड़िता और उनके वकील वेंटीलेटर पर हैं. लखनऊ में केजीएमयू ट्रामा सेंटर के डॉक्टरों के मुताबिक, 19 वर्षीया रेप पीड़िता अभी भी वेंटिलेटर पर है. मंगलवार रात उसकी हालत को ‘स्थिर’ बताया गया. वकील भी वेंटिलेटर पर हैं.


आपको बता दें कि यूपी पुलिस ने दुर्घटना मामले में सोमवार को सेंगर और नौ अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था. उत्तरप्रदेश के बांगरमऊ से चार बार के विधायक सेंगर को पिछले साल अप्रैल में गिरफ्तार किया गया था.


एसआईटी का गठन


रायबरेली में सड़क दुर्घटना में घायल हुई उन्नाव बलात्कार कांड की पीड़िता के मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश करने के एक दिन बाद मंगलवार को उत्तर प्रदेश पुलिस ने विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया. राष्ट्रीय महिला आयोग की एक टीम ने अस्पताल जाकर पीड़िता की मां से मुलाकात की. उत्तर प्रदेश पुलिस ने दुर्घटना मामले में सोमवार को सेंगर और नौ अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था. उत्तरप्रदेश के बांगरमऊ से चार बार के विधायक सेंगर को पिछले साल अप्रैल में गिरफ्तार किया गया था.