एबीपी न्यूज़ की जांच में सामने आया कि इलाके के लोग विधायक से डरते हैं और उसकी तुलना फिल्मी विलेन से करते हैं. गांव के एक शख्स ने आरोप लगाया कि 15 दिन पहले विधायक के आदमियों ने उसके साथ भी मारपीट की.
एबीपी न्यूज़ की टीम जब विधायक के गांव माखी पहुंची तो कोई उनसे बात करने के लिए तैयार नहीं हुआ. इसके बाद टीम ने कैमरा छुपा कर बातचीत की तो लोगों ने कई बड़े खुलासे किए. एक शख्स ने बताया कि जो लोग गैंगरेप पीड़िता के पिता को मार रहे थे उनके पास असलहा भी था.
एक शख्स ने बताया कि पीड़िता के चाचा चुनाव में खड़े होना चाहते थे और शायद वह जीत भी जाते. एक अन्य शख्स ने कहा," पूरा कात्या वाला सिस्टम है. कोई नहीं बोलेगा विधायक जी के खिलाफ. भगवान समझो उनको बस."
एक ग्रामीण ने कहा," आपने अमरीश पूरी को देखा है फिल्मों में..जैसे अमरीश पूरी बुलाता है कि ये काम करना है. कोई कहता है नहीं करना है तो लगा पूरा पुलिस फोर्स कि उसको पकड़ो.. चलो जेल के अंदर... क्या करेगा वो बेचारा मजबूर है. पूरे गांव को पता है लेकिन कोई बोलेगा नहीं."
हालांकि रेप के आरोपों पर कुछ लोग विधायक के सपोर्ट में नज़र आए. एक शख्स ने कहा," नहीं नहीं ये सब गलत है. ये सब तो गलत है. बाकी काम कर सकते हैं लेकिन ये नहीं."
ग्रामीणों ने बताया कि पहले पीड़िता के पिता के साथ मारपीट की गई और उसके बाद पुलिस ने भी पीड़िता के पिता को ही गिरफ्तार किया. लोगों ने कहा कि आप पत्रकार लोग तो चले जाओगे लेकिन ''वो लोग'' हमारे घर आ जाएंगे.
एक ग्रामीण ने तो ये भी कहा कि सीसीटीवी भी लगा है और शायद उसमें रिकॉ़र्ड भी हुआ हो लेकिन मिलेगा नहीं. गांव वालों ने बताया कि पहले गांव के चबूतरे पर पीड़िता के पिता को पीटा गया और फिर घर के अंदर.
एक अन्य शख्स ने कहा,"मार-पिटाई के सारे काम अतुल करता है, ये सब काम तो विधायक करेंगे नहीं. जैसे फ़िल्म में अमरीश पूरी आ जाता है, जैसे पूरे मोहल्ले के दरवाजे बंद हो जाते हैं ना वैसा ही है. इससे ज़्यादा क्या बता सकते हैं बार बार उखाड़ रहे हैं आप."
गांव वालों ने पीड़िता के चाचा को सनी देओल बताया और कहा कि जैसे फिल्मों में सनी देओल, अमरीश पुरी के खिलाफ खड़ा होता है वैसे ही यहां वो मजबूरी में सनी देओल बना है.
गांववालों में से एक ने कहा,"यही हुआ है. हमें भी मारा गया. सौ लाठी मारी गयीं. ये दिखिए (फिर अपनी टांग दिखाता है) उनका तो यहां रावण राज चल रहा है. किसी को भी बुलाकर मार सकते हैं."
दूसरे ने कहा,"15-20 रोज़ पहले मुझे मारा. एफआईआर भी मेरे खिलाफ दर्ज है. जेल भी गए. आदमी को कुत्ते की तरह मारा जाता है उसके बाद जेल भी भेज दिया जाता है. बिना वजह के मारते हैं. रावण राज चलता है यहां उनका."
एबीपी न्यूज़ उस महिला शशि सिंह के घर भी पंहुचा जिसका नाम पीड़ित अपने बयान में ले रही है कि उसी ने काम कर बहाने विधायक से मिलवाया. गांव वालों ने बताया कि शशि सिंह का बेटा शुभम रेप के मामले में जेल भी रहकर आया है. शशि के घर हम पंहुचे तो वहां ताला लटका मिला.
माखी में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के घर पर फिलहाल परिवार का कोई सदस्य नहीं है. जानकारी के मुताबिक शनिवार और रविवार को विधायक जी यहां आते हैं. शनिवार को अपने विधानसभा क्षेत्र बांगरमऊ में जनता दरबार लगाते हैं और रविवार को गांव में अपने आवास पर जनता दरबार लगाते हैं. उनके पड़ोसी समर्थक ने बताया कि विधायक जी पूरी तरह निर्दोष हैं. उन्हें फंसाया जा रहा है और जो पीड़िता के पिता की मौत हुई है उन्हें भी उनके रिश्तेदारों ने मारा है.
जानकारी के मुताबिक माखी गांव ज़िले का सबसे बड़ा गांव है. 10 हज़ार से ज़्यादा वोट इस गांव में बताई जाती हैं. गांव में 25 प्रतिशत ठाकुर और 25 प्रतिशत ब्राह्मण आबादी है, बाक़ी 50 प्रतिशत के लोध, दलित और मुस्लिम हैं. विधायक कुलदीप सेंगर के परिवार का सियासी रसूख भी कम नहीं है. कुलदीप सेंगर चार बार के विधायक हैं, पत्नी संगीता सेंगर जिला पंचायत अध्यक्ष और छोटे भाई अतुल की पत्नी माखी गांव की ग्राम प्रधान हैं.
विधायक कुलदीप सेंगर के समर्थकों ने एक पर्चा दिखाया जो कथित तौर पर पीड़िता के चाचा ने बंटवाया था. इस पर्चे में विधायक को रावण रूपी दिखाया गया और दूसरी तरफ पीड़िता के चाचा की फ़ोटो है. पीड़ित इस पर्चे में गांव वालों से समर्थन की अपील कर रहा है और विधायक कुलदीप सेंगर पर राजनीति के ज़रिए अपनी संपत्ति बढ़ाने का आरोप लगाया गया है.